एनएसएस स्वयंसेवकों में समरसता और बंधुत्व के भाव को जागृत करने के साथ ही बांटने को प्रत्यक्ष रूप से अनुभूत करने के उद्देश्य से सेक्टर –1, कॉलेज में एनएसएस की दोनों इकाइयों द्वारा कॉलेज स्टूडेंट सेंटर में सांझी रोटी (Sanjhi Roti ) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला एनएसएस संयोजक डॉ. अरविंद द्विवेदी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थिति थे।
स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए डॉ. द्विवेदी ने कहा कि हम सभी माँ भारती की संताने हैं। एक-दूसरे का सहयोग हम सबका दायित्व है। जिस दिन भारतीय समाज के सभी वर्गों में रोटी-बेटी का संबंध कायम हो जाएगा, उस दिन से ही भारतीय समाज की रंगत बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि जाति रहित और समरस समाज को बनाने में एनएसएस की भूमिका अहम है। सांझी रोटी जैसे कार्यक्रम न केवल समरस समाज के निर्माण में सहायक हैं, बल्कि देश को एकता के मजबूत सूत्र में पिरोने में भी सक्षम है।
ये भी पड़े– सेक्टर 1 कॉलेज के विद्यार्थियों ने ली एचआईवी की ट्रेनिंग (HIV Training)
प्राचार्या बबिता वर्मा ने कहा कि देश के संविधान में मिले नागरिक अधिकारों में समानता का अधिकार पहला अधिकार है। यह न केवल देश के सभी नागरिकों में समता का भाव भरता है, बल्कि देश को समरस बनाने और नागरिकों में भाईचारा स्थापित करने के लिए मजबूत आधार का भी कार्य करता है। उन्होंने कहा कि जन्म का निर्धारण हमारे हाथों में नहीं है, लेकिन अपने कर्मों के बल पर हम समाज में ऊँचा से ऊँचा मक़ाम हासिल कर सकते हैं। (Sanjhi Roti )
विशिष्ट वक्ता के रूप में उपस्थिति अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हरप्रीत कौर बावेजा ने समरस हरियाणा विषय पर स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से सांझा चूल्हा के अतंर्गत विभिन्न धर्म-जातियों के लोग एक स्थान पर भोजन बनाकर उसका सामूहिक आनंद लेते थे, वैसा ही कुछ दृश्य आज कॉलेज परिसर में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव द्वारा किरत करो, नाम जपो और वंड छको का दिया गया संदेश, समरस समाज के निर्माण में एक महामंत्र है, जिसे आज की पीढ़ी को समझने और जानने की जरूरत है।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
कॉलेज के छात्र इकाई के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय ने बताया कि सांझी रोटी (Sanjhi Roti ) कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवकों ने सबसे पहले कॉलेज स्टूडेंट सेंटर की बड़े पैमाने पर साफ-सफाई की। तत्पश्चात अपने घरों से लाए भोजन को सभी ने आपस में साझा कर सहभोज का आनंद लिया।
कार्यक्रम का सफल मंच संचालन एनएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवक नरेन्दर आर्य और स्नेहा ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में लगभग 175 स्वयंसेवकों ने हिस्सेदारी की। कार्यक्रम के आयोजन में विनीत कुमार, दीपक चोपड़ा, यश लिसान, साबिर, शिवांग कुशवाह, स्नेहा, ज्योति मलिक, श्वेता मौर्या, रितिका शर्मा, और वीना शर्मा का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर संस्कृति विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर जितेन्द्र आर्य, भूगोल विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर रोहिताश गोदारा सहित पत्रकारिता विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ चित्रा तंवर और श्रेयसी छत्रपति की भी उपस्थिति रही।
एनएसएस कैप पहनकर खिले एनएसएस स्वयंसेवकों के चेहरे : कार्यक्रम में सहभोज के पहले एनएसएस स्वयंसेवकों को प्राचार्या डॉ. बबिता वर्मा और जिला एनएसएस संयोजक डॉ. अरविंद द्विवेदी ने कैप पहनाकर स्वयंसेवकों की हौसला अफजाई की। पहली बार एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों के चेहरे कैप पाकर खिल उठे। कॉलेज के एनएसएस की छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी चित्रा सिंह ने बताया की एनएसएस कैप एनएसएस स्वयंसेवकों की पहचान होती है। ऐसे में हमनें समाज सेवा की राह में कदम बढ़ाने वाले सभी एनएसएस स्वयंसेवकों को आज कैप पहनाकर सम्मानित किया है। (Sanjhi Roti )