पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, विश्वास फाउंडेशन पंचकूला व एचडीएफसी बैंक द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर गेट नंबर 4 हाई कोर्ट परिसर में रक्तदान (Blood Donation) शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी यूटी चंडीगढ़ व पंजाब स्टेट ने एहम भूमिका निभाई। शिविर सुबह 10:00 बजे शुरू हुआ और दोपहर बाद 3:30 बजे तक चला। ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर रेखा व डॉक्टर एकता की देखरेख में 103 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। शिविर में 121 डोनर्स ने रक्तदान करने के लिए रजिस्टर करवाया 18 को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया।
विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर का उद्घाटन पंजाब एण्ड हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जी.बी.एस ढीलों द्वारा दीप प्रज्वलित करके व रक्तदाताओं को बैज लगाकर किया गया। इस अवसर पर उनके साथ विशेष अतिथि हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के पदाधिकारी दिनेश कुमार जांगड़ा उपाध्यक्ष, जसमीत सिंह भाटिया आनरेरी, चंचल के सिंगला पूर्व आनरेरी सेक्रेटरी, निम्रता कौर जॉइन्ट सेक्रेटरी, बलजीत बेनीवाल व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। शिविर में रेडक्रॉस यूटी चंडीगढ़ के वरिष्ट सहायक पूनम मालिक ने रक्तदाताओं का उत्साह बढ़ाया और सुशील कुमार टाँक ट्राइनिग सूपर्वाइज़र ने रक्त की कमी से निपटने के लिए बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
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अध्यक्ष जी.बी.एस ढीलों ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान (Blood Donation) करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान महादान है और रक्त का कोई विकल्प नहीं है और न ही इसे कृत्रिम तरीके से बनाया जा सकता। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है।
चंचल के सिंगला पूर्व आनरेरी सेक्रेटरी ने बताया कि पूर्व में रक्तदान से शरीर में कमजोरी आना व बीमारी लगने जैसी अनेक प्रकार की भ्रांतियां थी परंतु आज यह भ्रांतियां दूर हो चुकी है और हमारे युवा बड़ी संख्या में रक्तदान कर रहे है। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज हमारी बेटियां भी रक्तदान के मामले में लड़कों से पीछे नहीं है और स्वयं आगे आकर रक्तदान कर रही है। समय पर रक्त की उपलब्धता होने से अमूल्य जीवन को बचाया जा सकता है। यदि हम रक्तदान के माध्यम से किसी का जीवन बचा सकते है तो इससे बड़ा उपकार नहीं हो सकता। साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया की शिविर की समाप्ति पर सभी रक्तदाताओ को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि सरल विश्वास, श्याम सुंदर साहनी, सविता साहनी, मुलखराज मनोचा, सुनीता मनोचा व मंजूला गुलाटी उपस्थित रहे।