लघु सचिवालय में धरनारत पटवारियों व रेवेन्यू विभाग के कर्मचारियों के धरने को समाजसेवी अमीर चावला के सुपुत्र व युवा कांग्रेस नेता कर्ण चावला ने अपना समर्थन दिया। कर्ण चावला (Karan Chawla) ने कहा कि कर्मचारी किसी भी विभाग की रीढ़ होते हंै। कर्मचारियों के बिना किसी भी विभाग की सफलता संभव नहीं है।उन्होंने कहा कि धरनारत कर्मचारी पिछले एक साल से अपनी लड़ाई लड़ रहे हंै, लेकिन हर बार सरकार की ओर से सिवाय आश्वासन के कर्मचारियों को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार 2023 से कर्मचारियों को वेतनमान का लाभ देने की बात कर रही है, जबकि कर्मचारियों की मांग 2016 से वेतनमान की मांग की जा रही है।
ये भी पड़े– अमर सेवा: मरकर भी इंसानियत के काम आई 78 वर्षीय सुरजीत कौर (Surjit Kaur) इन्सां
कर्ण चावला ने कहा कि जिले के करीब 350 से अधिक गांवों पर मात्र 60 से 65 पटवारी ही कार्यरत है, जोकि 5 से 6 गांवों के हिस्से में एक पटवारी आता है। ऐसे में इन पटवारियों पर काम का बोझ बहुत अधिक है, जिस कारण वे मानसिक व शारीरिक रूप से भी पीडि़त हैं। चावला ने कहा कि लाखों पद प्रदेशभर में विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े हंै, जबकि बेरोजगार युवा सडक़ों पर रोजगार की तलाश में भटक रहा है।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
सरकार ने सत्त्ता में आने से पहले करोड़ों युवाओं को रोजगार देने के वादे जरूर किए थे, लेकिन सत्त्ता में आने के बाद सरकार अपने वायदे से मुकर गई, जिसका नतीजा ये हुआ कि आज हरियाणा बेरोजगार में नंबरवन पर आ गया है। चावला ने धरनारत कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वे राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा से मिलकर इस समस्या का समाधान करवाने का प्रयास करेंगे। अगर फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कांग्रेस सरकार के सत्त्ता में आते ही पहली कलम से इस मांग को पूरा किया जाएगा। (Karan Chawla)