एस. सी. सैल के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा (Dr. Sushil Indora) ने प्रदेशभर के शैक्षणिक संस्थानों में बेटियों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। जारी बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के राज में हरियाणा के शिक्षण संस्थानों में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। शिक्षण संस्थानों में लगातार बेटियों के साथ उत्पीडऩ के मामले आ रहे हैं। पहले जींद, फिर कैथल, सिरसा और अब रोहतक में छात्राओं के साथ हो रहे शोषण को लेकर छात्राओं ने ही आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही इस प्रकार की घटनाओं से साफ पता चल रहा है कि सरकार की करनी और कथनी में दिन-रात का अंतर है।
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डा. इंदौरा ने कहा कि सरकार द्वारा इन घटनाओं पर गंभीरता से संज्ञान न लेने के कारण अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। पूर्व सांसद ने कहा इन घटनाओं से सरकार के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि किस तरह से छात्राओं को डर के साए में जीना पड़ रहा है। हरियाणा में प्रतिदिन बच्चियों और महिलाओं पर अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। अपराधियों को सरकार में बैठे लोगों का संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने प्रदेश में पिछले एक वर्ष के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 1 जनवरी से 30 नवंबर तक हरियाणा में अब तक मर्डर की 974, दुष्कर्म की 1701, सामूहिक दुष्कर्म की 139, किडनैपिंग की 3871, लूटपाट की 271 और महिला विरूद्ध अपराध की 10946 घटनाएं हो चुकी है। इन आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में प्रतिदिन 5 से 6 दुष्कर्म, 11 से 12 किडनैपिंग और 3 से 4 मर्डर हो रहे हैं, जोकि सरकार की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हैं।
पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार में आज हरियाणा महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में की सूची में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि समय बदल रहा है और राजनीतिक हवा कांग्रेस की ओर रुख कर चुकी है। कांग्रेस सरकार के सत्त्ता में आते ही हरियाणा की बेटियों के सम्मान की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी। (Dr. Sushil Indora)