श्री मां भगवती इच्छा पूर्ण मंदिर, श्मशाबाद पट्टी सिरसा में श्री राधे बिहारी प्रेम मंडल के सान्निध्य में सुमनांजली जोशी ने श्रीदेवी भागवत कथा का प्राम्भ किया। कथा से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें भक्तों ने अपनी हाजिरी लगवाई। सभी सदस्यों व यजमानों ने गणपति पूजन किया। सभी भक्तों ने मंगल कामना की। कथावाचिका ने श्रीमद देवी भागवत महापुराण की कथा का वर्णन करते कहा कि अठारह पुराणों में देवी भागवत पुराण (Bhagwat Purana) उसी प्रकार सर्वोत्तम है, जिस प्रकार नदियों में गंगा, देवों में शंकर, काव्यों में रामायण, प्रकाश स्त्रोतों में सूर्य, शीतलता और आह्लाद में चंद्रमा, कर्मशीलों में पृथ्वी, गंभीरता में सागर और मंत्रों में गायत्री आदि श्रेष्ठ हैं।
ये भी पड़े– Officer काम के प्रति हों जवाबदेह ,निर्धारित अवधि में हो विकास कार्य : रणजीत सिंह
यह पुराण (Bhagwat Purana) श्रवण सब प्रकार के कष्टों का निवारण करके आत्मकल्याण करता है। भक्तों को ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है। इसकी महिमा इतनी महान है कि नियमपूर्वक एक-आध श्लोक का उच्चारण करने वाला भक्त भी भगवती की कृपा का पात्र बन जाता है। सावन मास में इसका श्रवण अधिक फलदायी है। इसलिए जितना भी समय मिले हमें भगवती के नाम का सिमरन करना चाहिए। इसके श्रवण करने तथा पाठ करने में समस्त प्राणियों को पुण्य प्राप्त होता है। सभी प्राणी जिनके भीतर स्थित हैं और जिनसे सम्पूर्ण जगत प्रकट होता है, जिन्हें परम तत्व कहा गया है, वे साक्षात स्वयं भगवती ही हैं। सभी प्रकार के यज्ञों से जिनकी आराधना की जाती है, वे एकमात्र भगवती ही हैं। इस दौरान भक्तों ने यज्ञ शाला की परिक्रमा की।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?