यरुशलम। यहूदियों और मुसलमानों दोनों के लिए ही संवेदनशील यरुशलम के एक धर्मस्थल के बाहरी गेट पर तैनात इजरायली पुलिस कर्मियों पर फलस्तीनी युवाओं ने शुक्रवार को फिर पत्थरबाजी की। इसके जवाब में दंगारोधी इजरायली पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। इससे पत्थरबाजी कर रहे 31 से अधिक फलस्तीनी घायल हुए हैं।
एक हफ्ते बाद फिर हुई हिंसा
इस धर्मस्थल पर एक हफ्ते बाद फिर से हिंसा तब हुई है जब सुरक्षा कारणों से इजरायली श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी है। फलस्तीनी इसे उकसावे की कार्रवाई मान रहे हैं। इजरायली पुलिस का कहना है कि यहूदियों के पूजास्थल ‘पश्चिमी दीवार’ पर सैकड़ों फलस्तीनियों ने शुक्रवार की सुबह पत्थर और पटाखे फेंकने शुरू कर दिए। पिछले एक हफ्ते से फलस्तीनियों और इजरायली पुलिस के बीच नियमित रूप से हिंसक झड़पें हो रही हैं।
मौलवी मुफ्ती ने तालिबान को लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने के लिए कहा है
पाकिस्तान के मौलवी मुफ्ती उस्मान ने तालिबान को अफगान लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोलने के लिए लिखा पत्र
इस्लामिक आतंकी संगठन हमास के कब्जे वाले गाटा पट्टी से इजरायली क्षेत्र में तीन राकेट दागे गए हैं। इजरायली पुलिस के मुताबिक फलस्तीनी पत्थरबाजों ने हाथों में हमास के झंडे लिए हुए थे। पिछले साल इसी मौके पर यरुशलम को लेकर इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक भीषण युद्ध हुआ था। इसमें इजरायल की जीत हुई थी और फलस्तीनियों को समझौता करना पड़ा था।
इससे पहले, गुरुवार तड़के इजरायली वायुसेना और फलस्तीनी उग्रवादियों के बीच गाजा सीमा पर गोलाबारी हुई। फलस्तीनी उग्रवादियों ने बुधवार और बृहस्पतिवार को तड़के गाजा पट्टी से इजराइल की ओर दो राकेट दागे। इनमें से एक राकेट इजराइली शहर स्डेरोट में गिरा जबकि दूसरा लक्ष्य तक पहुंचने में नाकाम रहा और गाजा में ही गिर गया। इजराइली एयर फोर्स के विमानों ने पलटवार करते हुए हमास के इलाकों में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया।