नई दिल्ली। राजधानी में दुस्साहसी बदमाशों में पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि बदमाश बेखाैफ होकर बिल्डर की कोठी में हथियार लेकर जाते हैं और कमरे में बिस्तर पर सो रहे 77 वर्षीय बिल्डर राम किशोर अग्रवाल का गला रेत देते हैं इसके बाद नकदी लेकर आराम से फरार हो जाते हैं। घटना उत्तरी जिले के वीवीआइपी इलाके के सिविल लाइन का है। जहां पर वारदात हुई है वहां से कुछ ही दूरी पर मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल का आवास और जिले के पुलिस उपायुक्त का कार्यालय भी स्थित है। पुलिस अभी तक यह नहीं पता लगा सकी है कि बदमाश कितने रुपये लूट कर फरार हुए हैं। बताया जा रहा है कि घटना के बाद घर से भाग रहे दो बदमाशों को आरडबल्यूए के गार्ड ने टोका था, इस पर बदमाशों ने पिस्टल दिखा उसे जान से मारने की धमकी दी।
फिलहाल पुलिस ने कोठी के गेट पर लगे और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का कब्जे में लेकर बदमाशों की पहचान का प्रयास कर रही है। साथ ही कोठी के गार्ड और आरडब्ल्यूए के गार्ड से भी पूछताछ की जा रही है। चूंंकि मामला बेहद हाई प्रोफाइल है। इसलिए स्थानिय थाना पुलिस के अलावा एएटीएस, स्पेशल स्टाफ की दर्जनभर टीमों को गठन कर जांच में लगाया गया है।
पुलिस के मुताबिक, राम किशोर अग्रवाल अपने परिवार के साथ कोठी नंबर-एक, राम किशोर अग्रवाल मार्ग, सिविल लाइंन इलाके में रहते थे। इनके परिवार में बेटा विशाल अग्रवाल, बेटी, बहू और एक पोती है। राम किशोर की गिनती दिल्ली के बड़े बिल्डरों में होती थी। कोठी के ग्राउंड फ्लोर पर वह अकेले रहते थे, जबकि इनके बच्चे ऊपरी फ्लोर पर रहते हैं। राम किशोर बिल्डर होने के साथ-साथ समाजसेवी भी। इसलिए उनके घर के सामने वाली सड़क का नाम उनके ही नाम पर था।
रविवार सुबह 6.40 बजे अचानक घर की डोर बेल बजी दरवाजे पर सोसाइटी का सुरक्षा गार्ड नागेश शोर मचा रहा था। उसका कहना था कि दो लड़के कोठी में घुसकर लूटपाट कर ले गए हैं। तुरंत बेटा विशाल पिता के कमरे गए तो राम किशोर अग्रवाल फर्श पर खून से लथपथ पड़े थे। उनका गला रेता गया था। पेट और कमर पर चाकू के घाव थे। उन्हें तुरंत ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। विशाल ने ही रास्ते से 6.52 बजे पुलिस को काल कर मदद मांगी। पुलिस ने राम किशोर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सब्जी मंडी मोर्चरी भेज दिया गया।
आरडब्ल्यूए के गार्ड नागेश ने बताया कि सुबह करीब 5.45 बजे बाइक सवार दो संदिग्ध युवकों को सोसाइटी में अंदर घुसने पर टोका गया था। वह मंदिर जाने की बात कर रहे थेे। इस पर उन्हें यहां मंदिर न होने की बात बताई थी। इसके बाद वह चले गए थे। इस बीच सुबह करीब 6.30 बजे नागेश घूमता हुआ राम किशोर अग्रवाल की कोठी पर पहुंचा तो एक बाइक सवार बाहर खड़ा था जबकि दूसरा गेट के पास दीवार फांदकर बाहर आ रहा था। टोकने पर एक बदमाश ने पिस्टल तान दी। इसके बाद दोनों वहां से कुछ बैग लेकर फरार हो गए।
वारदात में किसी करीबी के होने का शक
विशाल का कहना है कि पिता के कमरे में कुछ लकड़ी के बक्से रखे थे। उसमें नकदी था, लेकिन वह कितना था इसका पता किसी को नहीं है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बदमाश करोड़ों की रकम लूटकर ले गए हैं। पुलिस अंदेशा जता रही है कि वारदात में परिवार के किसी करीबी का हाथ हो सकता है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रीह है।