लखनऊ। ललितपुर जिले के पाली थाने में 13 वर्षीय किशोरी के साथ इंस्पेक्टर के द्वारा दुष्कर्म के बाद हो रही किरकिरी से स्थानीय पुलिस ने शायद कोई सबक नहीं सीखा। इसीलिए बुधवार को पुलिस की एक और करतूत ने खाकी को आरोप से घिर उठी।
ताजा मामला ललितपुर जिले के महरौनी कोतवाली का है। यहां चोरी के संदेह में घरेलू काम करने वाली महिला के साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग करने की घटना सामने आई है। प्रकरण में महरौनी थाना के कोतवाल समेत तीन पुलिस कर्मियों को एडीजी कानपुर जोन ने निलंबित कर दिया है। मामले की जांच जालौन के अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है, जिसका पर्यवेक्षण झांसी परिक्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक करेंगे।
एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने इस मामले को संज्ञान में लिया और क्षेत्राधिकारी महरौनी से इस मामले की रिपोर्ट तलब की। इस प्रकरण में शिथिलता बरतने पर महरौनी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कामता प्रसाद, महिला उप निरीक्षक पारुल चन्देल एवं आरक्षी आशू पटेल को निलंबित कर दिया। वहीं, पीड़िता की तहरीर पर नामजद आरोपितों के खिलाफ धारा 323, 504, 506, 342 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
यह है मामला : ललितपुर जिले के कस्बा खरवांचपुरा निवासी पूजा महरौनी कोतवाली में तैनात आरक्षी आशू पटेल यहां खाना बनाने और झाड़ू-पोंछा आदि का कार्य करती है। महिला दो मई की सुबह काम खत्म करने के बाद अपने घर चली गई। शाम को जब वह काम पर दोबारा पहुंची तो कांस्टेबल और उसकी पत्नी ने महिला उप निरीक्षक पारुल चन्देल के साथ मिलकर उस पर चोरी का आरोप लगाते हुए कमरे में बंद कर मारपीट की।
आरोप है कि बीमार पति समेत उसे कोतवाली लाया गया। यहां महिला के साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग पुलिस के द्वारा किया गया। पीड़ित महिला ने बताया कि थाने में सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया गया और फिर पति का शांतिभंग की धाराओं में चालान कर दिया। जमानत पर पति के रिहा होने पर उसे भी छोड़ दिया गया।