नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शनिवार राज्यपाल एसएन आर्य को अपना इस्तीफा Election से एक साल पहले दिया |। इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि बिप्लब देब का इस्तीफा अगले साल राज्य के चुनावों से पहले आया है ।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद की इस्तीफा देने घोषणा की….
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने इस्तीफा देने की जानकारी मीडिया के साथ सांझी करते हुए कहा कि “पार्टी सबसे ऊपर है. मैं भाजपा का एक वफादार कार्यकर्ता हूं .मुझे उम्मीद है कि मुझे जो जिम्मेदारी दी है गई थी मैंने उसके साथ न्याय किया है – चाहे वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हों या त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के रूप में हो ,मैंने सभी के विकास के लिए काम किया है। राज्य में भाजपा का आधार मजबूत करने के लिए मुझे विभिन्न क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। मुझे आगामी विधानसभा Election में फिर से भाजपा सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री की स्थिति में रहने के बजाय एक आम कार्यकर्ता (पार्टी कार्यकर्ता) के रूप में काम करना चाहिए।”
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मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने वीरवार को अमित शाह और जेपी नड्डा से की थी मुलाक़ात….
इस्तीफा देने से पहले त्रिपुरा मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की थी तब से ख़बर थी के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Election) जल्द ही कोई बड़ा फैसले ले सकते है।
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 25 साल का शासन समाप्त होने के बाद बिप्लब देब 2018 में राज्य के पहले भाजपा मुख्यमंत्री बने थे।