दिल्ली, 30 जून (एजेंसी) दक्षिण भारतीय सिनेमा बनाम हिंदी सिनेमा पर कमाई के पैमाने पर चल रही बहस के बीच अभिनेता रणबीर कपूर का मानना है कि अच्छी कहानी (Story) वाली कोई भी फिल्म भाषा और क्षेत्र की सीमाओं को पार कर सकती है और टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की सभी भाषाओं की फिल्मों को “भारतीय फिल्मों” के रूप में संबोधित किया जाना चाहिए।
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शुक्रवार की रात इंदौर में पत्रकारों से बात करते हुए रणबीर ने कहा, “हमारी संस्कृति, संस्कार और परंपराओं से जुड़ी बेहतरीन कहानियों (Story) पर आधारित फिल्में न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सफल हो सकती हैं।” यदि आप एक अच्छी कहानी पर फिल्म बनाते हैं, तो यह भाषा और क्षेत्र की सीमाओं को पार कर सफलता का झंडा फहरा सकती है। 39 वर्षीय अभिनेता से पूछा गया कि क्या दक्षिण भारतीय फिल्मों की तर्ज पर एक्शन से भरपूर दृश्यों को भव्य तरीके से पेश किया जाए तो क्या मौजूदा दौर में हिंदी फिल्में सिनेमाघरों में बड़ा कारोबार कर सकती हैं।
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इसके जवाब में रणबीर ने कहा, ‘दक्षिण भारतीय भाषाओं में बनी फिल्मों ने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। हमारी हिंदी फिल्में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। हमें इन सभी भाषा की फिल्मों को भारतीय फिल्मों के रूप में संबोधित करना चाहिए, क्योंकि हम पूरे देश के लिए फिल्में बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप जो भी फिल्म बनाते हैं, आपको वह सब अच्छी कहानी (Story), प्रभावी किरदारों, इलाके के बेहतरीन फिल्मांकन और रचनात्मकता के जरिए पेश करना होता है, जिससे दर्शक सिनेमाघरों की ओर खिंचे चले आते हैं। रणबीर अपनी आने वाली फिल्म ‘शमशेरा’ के प्रमोशन के लिए डायरेक्टर करण मल्होत्रा के अलावा अपने को-स्टार्स संजय दत्त और वाणी कपूर के साथ इंदौर आए थे।