'वंदे मातरम' में देखने मिलेगा भारत की संस्कृति और स्वतंत्रता का अद्भुत संगम - Nav Times News
  • About Us
  • Advertisements
  • Terms
  • Contact Us
Saturday, December 6, 2025
Nav Times News
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
No Result
View All Result
Nav Times News
No Result
View All Result
Home राष्ट्रिय

‘वंदे मातरम’ में देखने मिलेगा भारत की संस्कृति और स्वतंत्रता का अद्भुत संगम

23 और 24 अगस्त, 2025 को भारत की स्वतंत्रता की 78वीं और जश्न-ए-अदब साहित्योत्सव की 14वीं वर्षगाँठ का गवाह बनेगा 'वंदे मातरम'

नवटाइम्स न्यूज़ by नवटाइम्स न्यूज़
August 22, 2025
in राष्ट्रिय
0
वंदे मातरम

नई दिल्ली, अगस्त 2025: यह वर्ष अपने आप में बेहद खास है, क्योंकि यह अपने साथ सांस्कृतिक उमंग और देशभक्ति की खुशबू लेकर आया है। एक तरफ भारत अपनी स्वतंत्रता की 78वीं और वहीं दूसरी तरफ जश्न-ए-अदब साहित्योत्सव अपनी 14वीं वर्षगाँठ मना रहा है। इस अवसर पर जश्न-ए-अदब द्वारा ‘वंदे मातरम’ नामक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जो साहित्य, संगीत, कला और संस्कृति के खूबसूरत संगम को दर्शाएगा। यह महोत्सव सिर्फ प्रस्तुतियों का आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और नई पीढ़ी के बीच संवाद का एक जीवंत मंच बनकर उभरेगा।

यह आयोजन 23 और 24 अगस्त, 2025 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली के ऑडिटोरियम और मल्टीपर्पज हॉल में होगा। खास बात यह है कि सभी के लिए प्रवेश निःशुल्क है और इच्छुक लोग www.jashneadab.orgपर रजिस्टर कर सकते हैं। इस महोत्सव में शास्त्रीय गायन, गज़ल और लोकसंगीत, सूफी और पारंपरिक गीत, कवि सम्मेलन, मुशायरा, पैनल चर्चाएँ, नाट्य और नृत्य प्रस्तुतियाँ आकर्षण का केंद्र होंगी। हर प्रस्तुति में दर्शकों को न सिर्फ मनोरंजन मिलेगा, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहनता और उसकी विविधता का अनुभव भी होगा।

विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम  बनाना चाहते है?

कार्यक्रम का उद्घाटन होगा भव्य संगीत और नृत्य से, जहाँ शास्त्रीय गायन और कथक प्रस्तुतियों के माध्यम से इतिहास, संस्कृति और भावनाओं का संगम दिखाई देगा। इसके बाद साहित्यिक सत्रों में लेखक और कवि अपने विचार साझा करेंगे, जिसमें युवा प्रतिभाओं को भी मंच मिलेगा। शाम को कवियों और शायरों की महफिल सजेगी, जहाँ नामचीन हस्तियाँ अपने शब्दों और भावनाओं से दर्शकों के दिलों को छू लेंगी। इस दिन मंच पर विभिन्न समूहों और कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी, जिनमें अस्मिता थिएटर ग्रुप, मास्टर अधिराज चौधरी, विद्या लाल एंड ग्रुप, विद्या शाह और डॉ. यश गुलाटी शामिल हैं। इसके अलावा, फरहत एहसास, मंगल नसीम, गोविंद गुलशन, सुनील पंवार, जावेद मुशिरी, कुंवर रंजीत चौहान, आज़म शाकिरी, रहमान मूसव्वर, बिनोद सिन्हा, गुलज़ार वानी और पवन कुमार भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत करेंगे।

दूसरे दिन की शुरुआत शास्त्रीय और पारंपरिक संगीत के साथ होगी, इसके बाद हास्य और मनोरंजन के रंग बिखेरने वाले कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को हँसी और आनंद देंगे। शाम को शायरी और संगीत का संगम, कवि सम्मेलन और मुशायरा आयोजित किया जाएगा, जो महोत्सव का सबसे यादगार हिस्सा बनेगा। दूसरे दिन युवा कवियों और समूहों की प्रस्तुति की बागडौर अनीस सबरी एंड ग्रुप के हाथों में होगी। इसके साथ ही सांगीतिक और साहित्यिक प्रस्तुतियों में पद्मभूषण पं. साजन मिश्रा और स्वरांश मिश्रा तथा प्रो. वसीम बरेलवी, पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा और प्रो. अशोक चक्रधर जैसे नामचीन कवि अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे।

ये भी पड़े-भारत के पैरा-स्पोर्ट्स विज़न को प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन; 104 देश और 2,500 से अधिक प्रतिभागी नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा चैंपियनशिप के लिए तैयार

जश्न-ए-अदब के संस्थापक कुँवर रंजीत चौहान कहते हैं, “हमारा उद्देश्य सिर्फ एक कार्यक्रम आयोजित करना नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, कला और साहित्य की जीवंतता को अगली पीढ़ी तक पहुँचाना है। वंदे मातरम कार्यक्रम के माध्यम से हम शब्दों, सुरों और भावनाओं के जरिए देशभक्ति और सांस्कृतिक गौरव का उत्सव मनाना चाहते हैं।”इस दो दिवसीय महोत्सव में हर उम्र और रुचि के लोगों के लिए कुछ न कुछ होगा। चाहे आप साहित्य के शौकीन हों, संगीत प्रेमी हों, नृत्य और रंगमंच के प्रेमी हों या कला और संस्कृति के दीवाने जश्न-ए-अदब में हर दर्शक अपनी दुनिया का आनंद महसूस करेगा। कुल मिलाकर, ‘वंदे मातरम’ सिर्फ एक महोत्सव नहीं, बल्कि देशभक्ति, कला और संस्कृति का जीवंत अनुभव प्रस्तुत करेगा, जो शब्दों, सुरों और प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को गर्व के साथ प्रदर्शित करेगा।

Tags: Indian culture and freedomVande Mataramवंदे मातरम
Advertisement Banner Advertisement Banner Advertisement Banner
नवटाइम्स न्यूज़

नवटाइम्स न्यूज़

Recommended

Moto E22s

16MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ Moto E22s हुआ लॉन्च, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशंस |

3 years ago
Accused From Zirakpur

चंडीगढ़ पुलिस के डिस्ट्रिक्ट क्राइम सैल की टीम ने जीरकपुर से एक आरोपी को 10 करोड़ के ड्रग्स के साथ किया गिरफ्तार |

3 years ago
Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Tumblr LinkedIn

Nav Times News

"भारत की पहचान"
Phone : +91 7837667000
Email: navtimesnewslive@gmail.com
Location : India

Follow us

Recent News

Indo-French CSR

Indo-French CSR Excellence Celebrated at IFCCI's 7th Annual CSR Conclave & Awards

December 6, 2025
vinfast

The Not-so-Secret Pillar Behind VinFast's Rise and Rise Again

December 6, 2025

Click on poster to watch

Bhaiya ji Smile Movie
Bhaiya ji Smile Movie

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)

No Result
View All Result
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)