नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनिदेव (Shanidev) मंदिर जिलावासियों के सहयोग से जीणोद्धार के बाद भव्य रूप ले चुका है। उत्तर भारत के सबसे बड़े शनिदेव मंदिर के रूप में इसको सजाया जा रहा है तथा इसे प्राचीन श्री शनि धाम के नाम से अलंकृत किया गया है। इस मंदिर में भगवान शनिदेव की 250 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक प्रतिमा के साथ साथ शनि जी के नौ वाहनों पर सवार स्वरूप तथा शनि शिला स्थापित की गई है। इसके साथ ही मंदिर में भगवान राम का दरबार तथा भगवान बाबो सा का दरबार स्थापित किया जाएगा।
मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों को लेकर श्री शनिदेव मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों व गणमान्य लोगों की बैठक का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के पदाधिकारियों आनंद भार्गव, चंद्रमोहन भृगुवंशी ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि पावन नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम जी के भव्य मंदिर के लोकार्पण के शुभ मुहूर्त के पावन अवसर पर ही शनिदेव मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
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ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि यह परम सौभाग्य का अवसर है जब भगवान राम 550 साल बाद अयोध्या में महलों में विराजित होंगे, उसी शुभ घड़ी में सिरसा में भी भगवान शनिदेव (Shanidev) के विग्रह, राम दरबार, बाबो सा दरबार व अन्य देवी देवताओं के दरबार स्थापित होंगे। उन्होंने बताया कि मूर्ति पूजा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर सिरसावासियों को निमंत्रण दिये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शनि मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 18 जनवरी से आरंभ होगा जोकि 22 जनवरी तक चलेगा। चित्रकुट धाम से आए विद्वान विप्रजनों के द्वारा विधि विधान से पूजा करवाई जाएगी। 20 जनवरी को मंदिर में प्रात: हवन यज्ञ होगा तथा शाम को श्री सालासर पैदल यात्री संघ के द्वारा भजन संध्या की जाएगी। 21 जनवरी की शाम तीन बजे श्री संकट मोचन महिला संकीर्तन मंडल के द्वारा भजन कीर्तन किया जाएगा। 22 जनवरी को प्रात: 10 बजे से मूर्तियों की विधि विधान से पूजा कर अति शुभ मुहूर्त में सभी विग्रहों को स्थापित किया जाएगा। तत्पश्चात मंदिर में श्रद्धालुओं में भोजन प्रसाद वितरित किया जाएगा।