चंडीगढ़: पावर आफ सोशल यूनिटी की ओर से प्रदेश भर में (Azadi Pao Yatra) जनजागरण के लिए अलख जगाओ-आज़ादी पाओ यात्रा निकाली जा रही है। अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज, पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष इंजी. गोपीचंद सांदड (जिन्होंने पंजाब के अबोहर में भीम हत्याकांड के दोषियों को आजीवन कारावास दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी) एवं फकीर चंद जसल, प्रदेशाध्यक्ष, पावर ऑफ़ सोशल यूनिटी पंजाब ने आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अलख जगाओ, आज़ादी पाओ पदयात्रा की घोषणा की।
अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज, पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष, इंजी. गोपीचंद सांदड़ ने कहा कि इस सिलसिले में विगत 16 फरवरी को ऑनलाइन मीटिंग हो चुकी है। (Azadi Pao Yatra) इंजी. गोपीचंद सांदड़ ने कहा कि इस यात्रा के दौरान समाज की सभी शंकाओं को दूर करने के लिए थोड़ी दूरी पर मंच बनाए गया है ताकि लोग अपनी बात रख सकें और अपने विचार साझा कर सके। समाज को धोखा देने वालों से बचने के लिए सामाजिक एकता का होना जरूरी है और सरकारों ने अब तक चंद लोगों को ही फायदा पहुंचाया है।
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यात्रा मिशन के मुताबिक अब तक क्या हो जाना चाहिए था? इन मुद्दों से सभी को अवगत कराया जाएगा कि ऐसा क्यों नहीं हुआ। बच्चों के भविष्य को बचाने और उज्जवल बनाने के लिए हर कदम उठाया जा सके। जरूरत इसलिए है क्योंकि देश के नौजवानों के भविष्य को बर्बाद करने के लिए तत्कालीन सरकारें पूंजीवाद को खुली छूट दे रही हैं, जिससे आज यह स्थिति दिखाई दे रही है। (Azadi Pao Yatra) देश के नौजवानों को इस वक्त कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। यह संदेश उनके करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों तक भी पहुंचाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा संघर्षरत सदस्य जुड़ सकें । इस प्रेस कांफ्रेंस में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज, पंजाब प्रदेशाध्यक्ष इंजी. गोपीचंद सांदड़, लुधियाना जोनल प्रेजिडेंट रविंदर सिंह, खरड़ तहसील प्रेजिडेंट बलविंदर सिंह ( कबडी खिलाडी पंजाब) और सतनाम सिंह मौजूद रहे।
अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज, पंजाब में 26 फरवरी से मंगोवाल से शुरू होकर पूरे पंजाब का भ्रमण करके सुनाम में समाप्त होगी। बहुजन समाज अपने समुदाय के स्वाभिमान के लिए पंजाब के प्रमुख शहरों के साथ-साथ पंजाब के पिछड़े गांवों में अलख जगाओ, आज़ादी पाओ पैदल यात्रा निकलेंगे। (Azadi Pao Yatra) इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य पूरे पंजाब में समाज को मिले मौलिक अधिकारों, नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण, नशे से दूरी, वोट का सही और उचित प्रयोग, समाज के अधिकारों के लिए लड़ते रहने के लिए जागरुकता पैदा करना है।
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पत्रकारों को संबोधित करते हुए फकीर चंद जसल, प्रदेशाध्यक्ष, पावर ऑफ़ सोशल यूनिटी, पंजाब ने कहा कि पंजाब में 63.2 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और बीसी समुदायों की है, जिसमें रविदासिया समाज, भगत बिरादरी, वाल्मीकि समुदाय, मजहबी सिख समुदाय की बड़ी संख्या है। (Azadi Pao Yatra) खासकर दोआबा में, रविदासिया समुदाय बहुसंख्यक है और लगभग 35 प्रतिशत आबादी दलित है।
नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण वर्तमान में केवल हिंदुओं, सिखों या बौद्धों के लिए उपलब्ध है क्योंकि सामाजिक पिछड़ापन या उत्पीडऩ केवल हिंदुओं, सिखों या बौद्धों द्वारा ही झेला जा रहा है। यह आरक्षण संविधान (अनुसूचित जाति) आदेश 1950 के तहत प्रदान किया गया है। समाज को अपने बच्चों को उच्च नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण प्राप्त करने के लिए शिक्षित करना चाहिए और (Azadi Pao Yatra) उच्च शिक्षा प्राप्त करके समाज की सेवा करने में संपूर्ण भागेदारी लेनी चाहिए ताकि समाज आज बेरोजगारी, गरीबी, नशाखोरी और अज्ञानता के दलदल में फंसने से बचाया जा सके। इस कान्फ्रेंस के माध्यम से समाज से आग्रह करते है कि अलख जगाओ, आज़ादी पाओ यात्रा में आप अपनी पूर्ण भूमिका निभाएं ताकि समाज को अशिक्षा, नशाखोरी और बेरोजगारी के दलदल में फंसने से बचाया जा सके।