सिरसा। (सतीश बंसल) हरियाणा प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन, (Shree Yuvak Sahitya Sadan) सिरसा द्वारा संचालित हरियाणा प्रादेशिक लघु कविता मंच के तत्वावधान व डा. सुरेन्द्र वर्मा की स्मृति में स्थानीय श्री युवक साहित्य सदन में अखिल भारतीय लघुकविता सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसके मुख्य अतिथि डा. जयभगवान सिंगला कुरुक्षेत्र से पधारे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर से पधारीं चांद वर्मा ने की। अति विशिष्ट अतिधि डा. प्रेम कंबोज थे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में रोहतक से डा. मधुकांत तथा भिवानी से आनंदप्रकाश आर्टिस्ट ने शिरकत की। आए हुए अतिथियों का तथा श्रोताओं का स्वागत डा. शील कौशिक ने किया। मुख्य अतिथि डा. जयभगवान सिंगला का परिचय विजय मल्होत्रा ने, अध्यक्ष चांद वर्मा का गंगाधर वर्मा ने, अति विशिष्ट अतिथि डा. प्रेम कंबोज का हरीश सेठी झिलमिल ने, विशिष्ट अतिथि डा. मधुकांत का दिलबाग विर्क ने तथा आनंद प्रकाश आर्टिस्ट का परिचय संदीप चौधरी एडवोकेट ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के प्रथम भाग में डा. सुरेन्द्र वर्मा के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रो. रूप देवगुण, चांद वर्मा तथा प्रदीप चतुर्वेदी ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
विक्रम सिंह तथा गजेन्द्र वर्मा ने डा. सुरेन्द्र वर्मा की एक गजल व हिंदी, (Shree Yuvak Sahitya Sadan) पंजाबी व राजस्थानी गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डा. शील कौशिक को डा. सुरेन्द्र वर्मा कला एवं साहित्य पुरस्कार-2023 प्रदान किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय भाग में लघुकविता की लघुयात्रा विषय पर प्रो. रूप देवगुण तथा डा. प्रद्युम्न भल्ला ने अपना-अपना वक्तव्य दिया तथा इसके पश्चात् 33 लघुकविता-संग्रहों का लोकार्पण हुआ।
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मंच संचालन संयुक्त रूप से डा. शील कौशिक, हरीश सेठी झिलमिल तथा डा. आरती बंसल ने किया तथा सबका धन्यवाद ज्ञानप्रकाश पीयूष ने किया। (Shree Yuvak Sahitya Sadan) तृतीय भाग में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली व स्थानीय कुल 44 लघुकविताकारों को लघुकविता सेवी सम्मान तथा लघु कविता सृजन सम्मान-2023 से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।