बलूचिस्तान। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बलूचिस्तान के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुए भारी बारिश में एक बच्चे सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। जिन लोगों की इस बारिश में जान गई है, उनमें से तीन क्वेटा के बाहरी इलाके में स्थित किल्ली खली में मारे गए हैं, जहां भारी बारिश ने दो घरों की दीवारें गिरा दीं। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, चमन जिले में एक और मौत की सूचना है।
इस बीच, जिले के उपायुक्त मुनीर अहमद कक्कड़ ने कहा, ‘शुक्रवार देर रात किला अब्दुल्ला जिले में आई बाढ़ में चार मृतक बह गए। वे उन 15 लोगों में शामिल थे, जो ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने के समय उसमें सवार थे। बाकी लोग लापता रहे।’
इस बीच, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान के बीच इस महीने शुक्रवार को दूसरी बार यातायात को निलंबित कर दिया गया था, जब काराकोरम राजमार्ग (केकेएच) पर स्थापित एक अस्थायी स्टील पुल ऊपरी कोहिस्तान के इचर नाला इलाके में अचानक बाढ़ से बह गया था।
बलूचिस्तान में इस साल मानसून के मौसम में भारी बारिश हुई है। प्रांत में हाल ही में बारिश के कारण आई बाढ़ ने हजारों लोगों के घर तबाह कर दिए हैं, खासकर लासबेला जिले में।
मुस्लिम बाग के सहायक आयुक्त ज़कउल्लाह दुर्रानी ने कहा कि किला सैफुल्ला जिले में गुरुवार की रात लगभग 120 घर बह गए, साथ ही अन्य इलाकों में 200 घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।
जबकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को अगले दो दिनों में सिंध के कई हिस्सों में तेज हवाओं और गरज के साथ बौछारें पड़ने की भविष्यवाणी की है।
बलूचिस्तान के उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी जिलों में भी बारिश तेज होने की संभावना है और दादू, जमशोरो और कंबर शाहदादकोट जिलों और निचले इलाकों में अचानक बाढ़ आ सकती है।
वहीं प्रांतीय अधिकारियों के अनुसार, बलूचिस्तान में अब तक लगभग 200 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। प्रांत में बाढ़ के कारण 18,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त या ध्वस्त हो गए थे। बारिश के कारण नलकूप, सौर पैनल और संचार के अन्य साधन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।