सिरसा। (सतीश बंसल) जैन पंथ की साध्वी सुमन ने कहा (Anuvrata Rule) कि अणुव्रत के गौरवशाली 75 वर्ष पूर्ण होने पर मंगलवार से पूरे देशभर में अणुव्रत अमृत महोत्सव का आरंभ है और इस महोत्सव में प्रत्येक मानव व समाज सम्मिलित होकर स्वयं को उत्कृष पर ले जा सकता है। वे मंगलवार को तेरापंथ भवन में मीडिया कर्मियों से रूबरू हो रही थी।
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उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद जब प्रत्येक देशवासी आजादी का उत्सव मनाते हुए देश के लिए नियम, कानून, उद्योग व अन्य परियोजनाओं की परिकल्पना कर रहा था, (Anuvrata Rule) तब आचार्य तुलसी ने प्रत्येक व्यक्ति के निजी जीवन व समाज के उत्थान से जुड़े विचारों को संग्रहित कर देश को अणुव्रत के रूप में कुछ ऐसे नियम दिए जिन्हें अपनाकर प्रत्येक मानव, समाज व देश प्रगतिशील बन सकता है।
साध्वी सुमन ने कहा कि आज से आरंभ हुए अणुव्रत अमृत महोत्सव के तहत देशवासियों को अणुव्रत आंदोलन की आरंभिक प्रक्रिया, अणुव्रत अनुशास्ता, अणुविभा, (Anuvrata Rule) व्यक्ति निर्माण लक्षित कार्यक्रम, समाज निर्माण लक्षित कार्यक्रम व कार्यकर्ता निर्माण व संगठन सुदृढ़ीकरण लक्षित कार्यक्रमों के संदर्भ में विस्तारपूर्वक व बारीकी से जानकारी दी जाएगी ताकि मानव, समाज व राष्ट्र का उन्नयन सुनिश्चित हो सके।
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इस अवसर पर साध्वी ने कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार पर्यावरण प्रदूषण, हिंसात्मक घटनाएं, जल की बर्बादी हो रही है, उन्हें रोकने के लिए आचार्य की ओर से तमाम उपायों का सृजन किया गया है और यदि उन सभी उपायों को अपनाया जाए तो देश में नई क्रांति का सूत्रपात होगा। (Anuvrata Rule) उन्होंने कहा कि अणुव्रत के नियमों को अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में चरित्र निर्माण सहित तमाम सुधार कर अपने जीवन को श्रेष्ठ बना सकता है। इस अवसर पर वरिष्ठ श्रावक महिला मंडल अध्यक्ष सुमन देवी गुजरानी सहित जैन समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।