बॉलीवुड अदाकारा अर्जूम्मन मुग़ल के साथ विशेष संवाद। (film world)
आप जम्मू- राजौरी से आते है, तो आपका दिल्ली आने से पहले जम्मू में बचपन कैसा बिता?
अर्जूम्मन :- जी, में जम्मू के राजौरी शहर के एक छोटे से गांव की रहने वाली हूँ, अपने बचपन की बात करूँ तो जब में 8वी क्लास में पढ़ रही थी तब मेरे पिता जी का ट्रांसफर दिल्ली हो गया था जिसके बाद हम दिल्ली रहने आगये लेकिन उससे पहले की बात करूँ तो जैसा एक आम बच्चे का बचपन होता है हस्ता-खेतला वैसा ही मेरा भी रहा, हाँ ये कह सकते है की हमारा गांव बॉर्डर के पास वाले इलाके में पढता है जिसके पहले वहां का माहौल थोड़ा बिगड़ा हुआ था लेकिन अब पहले के मुकाबले बहुत बदलाव आ चूका है, लोगों के लाइफस्टाइल से लेकर वहां के माहौल तक सब में बदलाव आ चूका है।
जैसा की आप अपने बचपन से ही फिल्म इंडस्ट्री में काम कर आगे बढ़ना चाहती थी, तो आपके करियर की शुरुआत किस तरह से हुई?
अर्जूम्मन :- बचपन से ही में कुछ अलग करना चाहती थी, अपना नाम बनाना चाहती थी. जिसके चलते मैंने बचपन से ही फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने का मन बना लिया था. मेरा शुरू से ही सबके साथ दोस्ताना अंदाज रहा है जिस वजह से अधिकतर लोग मुझे पसंद करते थे। मुझे अपना पहला काम मेरे स्कूल के दौरान ही मिल गया था जब में दिल्ली में पढ़ रही थी उस समय मुझे एक ज्वैलरी के लिए ऐड फोटो शूट (Ad Photo Shoot) का काम मिला था. उस शूट को करने के बाद मुझे कई और कैटलॉग्स के लिए काम करना मौका मिला, इस तरह मेरे करियर की शुरुआत हुई और ऐसे करते-करते ही मुझे फिल्म इंडस्ट्री में मेरा पहला ब्रेक यानि पहली फिल्म ऑफर हुई जो साउथ की तमिल फिल्म थी (Pazhaniappa Kalloori) लेकिन मुझे तमिल अति नहीं थी कियुँकि में कश्मीर से थी तो उस फिल्म के जो हीरो थे उनको हिंदी अति थी उन्होंने मेरे साथ बैठकर उस फिल्म की पूरी स्क्रिप्ट को हिंदी में लिखवाया जिसके बाद मैंने वो फिल्म पूरी करी और उस फिल्म से मेरे फ़िल्मी करियर की शुरुआत हुई और कुछ समय बाद मुझे मेरी पहली हिंदी फिल्म मिली (Ya Rab) और इस तरह से में इस इंडस्ट्री में आगे बढ़ रही हूँ.(film world)
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
फिल्म इंडस्ट्री में आपको इतने साल हो गए है, जिसमे आपने कई उतार-चढ़ाव देखे होंगे तो उस संघर्ष को आप किस तरह से देखतीं है?
अर्जूम्मन :- इसपर में यह कहना चाहूंगी की जब आप आपने संघर्ष के दिनों में होते है तो उस समय आपको उसका इतना अंदाजा नहीं लग पाता, लेकिन जब आप आपने उन संघर्ष भरे दिनों से 1 कदम आगे बढ़ जाते है और जब फिर आप पीछे मुड़कर देखते हैं तब आपको अंदाजा लगता है की आपने कितना कठिन परिश्रम किया है उस मुकाम तक पहुंचने के लिए, अब जब में उन दिनों को याद करती हु तब मुझे पता लगता है की इंडस्ट्री में मेरे इतने साल किस तरह से बिते है जिसमे मैंने काम के लिए कितना संघर्ष किया। एक तरह से में कहूं तो संघर्ष व्यक्ति के जीवन में होना भी चाहिए तभी आप जिस स्थान पर भी होते है उसकी इज्जत करते है, अगर बिना संघर्ष के आपको कामयाबी मिल जाती है तो उस कामयाबी की कोई कीमत नहीं होती न ही वो ज्यादा समय के लिए होता है।
OTT ये शब्द आज से कुछ सालो पहले तक लोगों को इतना पता नहीं था, जितना अब लोग जानते है तो OTT को लेकर आपका क्या कहना है?
अर्जूम्मन :- OTT आना में कहूँगी एक तरह से अच्छा भी है कियुँकि OTT आने के बाद से जो नए कलाकार है उनको काम मिलने लगा है जिन्हे इंडस्ट्री में काम पाने के लिए बहुत दिकत होती थी और OTT आने से फिल्म इंडस्ट्री का विस्तार हुआ है साथ ही लोगों तक नई चीज़ पहुंची है. उन लोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद है जिनके पास फिल्म के लिए स्टोरी तो है पर उसे बनाने के लिए बजट नहीं जिसे OTT पूरा करता है अगर आपकी स्टोरी दमदार लगती है तो आपको OTT Platform द्वारा फाइनेंस भी दिया जाता है जो अच्छी बात है. लेकिन इसके विस्तार के साथ एक चीज़ ये भी है की कुछ कलाकार अपना नाम बनाने के लिए किसी भी तरह का सीन करने को तैयार हो जाते है जो युवाओं पर गलत प्रभाव डालता है, तो OTT आना जितना अच्छा है उतना ही कहीं न कहीं थोड़ा बुरा। (film world)
फिल्म इंडस्ट्री में काम करने के दौरान ‘God Father’ ये शब्द जरूर सुना होगा, तो ऐसा क्या सच में है आप इसपर क्या सोचतीं है?
अर्जूम्मन :- इस शब्द पर मेरा यही कहना होगा की ये इंडस्ट्री सबके लिए है जहाँ हर कोई काम कर सकता है, ऐसा नहीं है की आप काफी नमी व्यक्ति है या आपका फैमिली बैकग्राउंड अच्छा है तो सिर्फ आप ही काम करेंगे अगर आपके अंदर कला है कुछ करने का जूनून है तो यह इंडस्ट्री आपका स्वागत करती है।
जो नए कलाकार है जो इस इंडस्ट्री से जुड़ना चाहते है या इस इंडस्ट्री में आगे बढ़ना चाहते है उन्हें आप क्या सलाह देना चाहेंगी?
अर्जूम्मन -पहले तो में उन्हें ये कहना चाहूंगी की अगर आप देखा-देखी या किसी बड़े कलाकार की स्टार लाइट को देख के आना चाहते है तो इस तरह से आप इस इंडस्ट्री में कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे कियुँकि उस कलाकार को वो मुकाम हासिल करने में कितना संघर्ष करना पड़ा होगा उसका आपको अंदाज़ा भी नहीं होगा और ये इंडस्ट्री इतनी फ़ैल चुकी है की यहाँ आपको भटकाने वाले और आपका फायदा उठाने वाले भी कई मिलेंगे जिससे आपको सावधान रहना होगा. हाँ अगर आप संघर्ष करने को तैयार है अपना समर्पण अपनी कला को देते है तो आप जरूर आगे बढ़ेंगे बस आपको मेहनत करते रहना होगा वही आपको आपकी सफलता तक ले जाएगी और कुछ नहीं।(film world)
अर्जूम्मन मुग़ल के साथ विशेष साक्षात्कार संवाद्दाता पिंटू राय द्वारा किया गया।