शुक्रवार (23 जून) को असम में आई बाढ़ की स्तिथि को देख (Assam Flood) अधिकारियों ने कहा कि असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और लगभग पांच लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र सहित राज्य की प्रमुख नदियां विभिन्न स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे जल का स्तर और बढ़ सकता है।
लगभग पांच लाख अधिक लोग हुए बाढ़ से प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुवार शाम तक 4.95 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। उदलगुरी जिले के तामुलपुर में बाढ़ के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र नेमाटीघाट (जोरहाट) और धुबरी में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है।
ये भी पड़े – Sirsa : जीसीडब्ल्यू सिरसा में संपन्न हुआ योग सप्ताह|
लाल निशान के ऊपर बह रही कई नदियां
लाल निशान के ऊपर बहने वाली अन्य नदियों में पुथिमारी (कामरूप), पगलागिया (नलबाड़ी) और मानस (बारपेटा) शामिल हैं। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है, (Assam Flood) जिसमें लोगों से सतर्क रहने और राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तूफान के बारे में अपडेट रहने को कहा गया है।
14 हजार से अधिक लोग पहुंचे राहत शिविर
अब तक कुल मिलाकर सोलह जिला समेत चार अन्य उपमंडल बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बजाली उपमंडल सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जिसमें 2.60 लाख से अधिक लोग को परेशानी का सामना करना पड़ा है। सात जिलों में 83 राहत शिविरों में 14,000 से अधिक लोग शरण ले रहे हैं, जबकि अन्य 79 राहत वितरण केंद्र भी कार्यरत हैं।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर कटाव
अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (एफ एंड ईएस), नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठन और स्थानीय लोग बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं। (Assam Flood) एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोनितपुर, बोंगाईगांव, दरांग, धुबरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नलबाड़ी, दक्षिण सालमारा और उदलगुरी में बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है।
सड़क और पुल भी क्षतिग्रस्त
बोंगाईगांव और दिमा हसाओ में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। बारपेटा, सोनितपुर, दरांग, नलबाड़ी, बक्सा, चिरांग, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, उदलगुरी, बोंगाईगांव, धेमाजी और डिब्रूगढ़ में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एएसडीएमए की रिपोर्ट में कहा गया है कि बारपेटा, दरांग, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन और कोकराझार जिलों के शहरी इलाकों में कई स्थानों पर भी बाढ़ आ गई है. राज्य में बाढ़ आने से स्तिथि बहुत गंभीर हो चुकी हैं. जिस कारण अब राज्य में येलो अलर्ट भी फिर कर दिया|
I love this site! It’s full of up-to-date and useful information. Thanks to everyone involved.
It’s appropriate time to make a few plans for the long run and it is time to be happy. I’ve learn this submit and if I may I desire to recommend you some fascinating things or suggestions. Maybe you can write next articles regarding this article. I want to learn even more issues about it!