लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में अपनी तुनुकमिजाजी तथा तल्खी के लिए विख्यात समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां के साथ सीतापुर की जेल इन दिनों बेहद चर्चा में है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से आजम की नाराजगी की भनक लगते ही कई दल आजम खां पर डोरे डाल रहे हैं। आजमखां भी इन दलों को भाव दे रहे हैं जबकि समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल को उन्होंने बैरंग लौटा दिया।
आजमखां करीब 14 महीने से सीतापुर की जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ रामपुर में दर्ज सात दर्जन केस में से अधिकांश में उनको राहत मिलती जा रही है। इसी दौरान आजमखां के समर्थकों ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनकी नाराजगी के बीच में ही समाजवादी पार्टी के इस दिग्गज नेता को अपने पाले में लेने की होड़ सी मच गई है। रामपुर में आजम की पत्नी तथा बेटों से राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के भेंट करने के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कदम बढ़ाया। शिवपाल से तो आजम खां से सीतापुर जेल में जाकर करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायक पूर्व मंत्री भी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ सीतापुर जेल का रूख किया, लेकिन आजम खां ने इनके भेंट करने से इन्कार कर दिया। इससे समाजवादी पार्टी के खेमे में खलबली मच गई।
इसी बीच शिवपाल सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के दूत बनकर सीतापुर जेल पहुंचे। वहां पर आजमखां से उनकी लम्बी वार्ता हुई। उनका स्वागत आजम ने उनको खजूर खिलाकर किया तो प्रमोद कृष्णम ने उनको श्री मद भगवत गीता की प्रति भेंट की। वह दोपहर 12 बजे जेल परिसर में दाखिल हुए। आजमखां ने सिर्फ प्रमोद कृष्णम से ही अकेले में मुलाकात की। प्रमोद कृष्णम ने बताया कि आजम खां ने उन्हें खजूर खिलाया और हमने उन्हें भगवद गीता भेंट की। आजम खां ने उसको स्वीकार किया। उन्होंने कहा, गीता न्याय और अधर्म पर धर्म की जीत का ग्रंथ है।
अब बहराइच के कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृज भूषण शरण सिंह भी आजम खां से मिलने सीतापुर जेल जाने का कार्यक्रम बना रहे हैं। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश तथा देश की राजनीति में आजम खां बड़ा चेहरा हैं। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। इसी कारण उनसे भेंट करने की इच्छा भी है।