Brahma Kumari Poonam sister- (सतीश बंसल) वर्तमान समय रोजमर्रा की जिन्दगी में आम व्यक्ति का तनाव से सामना हो ही जाता है। ऐसे समय में अलविदा तनाव शिविर की बहुत ही आवश्यकता है। आज मैंने जिन्दगी में पहली बार इस तरह के शिविर में भाग लिया है और मुझे बहुत शान्ति का अनुभव हुआ। उक्त विचार व्यक्त किए सिरसा के एस.डी.एम. भ्राता राजेन्द्र सिंह ने । वे ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के आनन्द सरोवर में चल रहे नौ दिवसीय अलविदा तनाव शिविर के तीसरे सत्र में उपस्थित सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ये सन्देश समाज के हर कोने में पहुँचे ताकि हर व्यक्ति का जीवन तनाव से मुक्त, खुशहाल और आनन्दमय हो जाए।
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तनाव मुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम बहनजी (Brahma Kumari Poonam sister) ने कहा कि आज तक गीता में सुनते आए कि हम आत्मा है, अमर है, अविनाशी है। परन्तु अब हमें ये अनुभव करना है कि वास्तव में हम अविनाशी शक्तिशाली आत्मा है और मन की इच्छाओं की गुलाम नहीं बल्कि मालिक हैंँ। इस कर्मक्षेत्र पर मुझे स्वंय को आत्मा अनुभव करते हुए अपना किरदार निभाना है। शरीर मेरा यन्त्र है, यहां सृष्टि रंगमंच पर हरेक का रोल अलग-अलग है। मुझे किसी के भी किरदार से डिस्टर्ब नहीं होना है बल्कि मुझे अपना शक्ति – शान्ति वाला स्वभाव बनाए रखनां है।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित सभा को गहन आत्म-अनुभूति भी करवाई और इस अभ्यास के फायदे बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे :- 1. मानसिक तनाव खत्म होता है, 2. नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है, 3.विचारों की गति धीमी होने लगती है, 4. मन शान्त होने लगता है, 5. एकाग्रता बढ़ती है, 6. निर्णय शक्ति बढ़ती है, 7. रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, 8. बीमारियों से मुक्ति मिलती है। जब इतने फायदे है तो हमें इसका अभ्यास नित्य करना ही चाहिए। ये हमारा 25 वर्षों का अनुभव है कि मेडिटेशन की ताकत से जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन होता है।
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