Bharat Biotech International Limited): भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने सोमवार (28 नवंबर) को इंट्रा-नेजल वैक्सीन INCOVACC BBV154 को मंजूरी दे दी। इंकोवैक दुनिया की पहली इंट्रानेजल (सुई रहित) कोविड वैक्सीन बन गई है। अंग्रेजी में इस वैक्सीन को Intra-Nasal Covid Vaccine कहा जाता है। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग के लिए सभी वयस्कों के लिए इस टीके की प्राथमिक श्रृंखला और विषम खुराक दोनों को मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि भारत में 18 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों को आपात स्थिति में इस टीके की खुराक दी जा सकती है। (Nasal Vaccine)
भारत बायोटेक ने बयान में यह कहा?
Bharat Biotech के मुताबिक, iNCOVACC को स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए दो से आठ डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जाता है। यह इंट्रानेजल वैक्सीन विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए डिजाइन और विकसित किया गया है। वैक्सीन को सेंट लुइस, मिसौरी, यूएसए में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, वैक्सीन का क्लीनिकली ट्रायल तीन चरणों में किया गया है। साथ ही इस टीके को लगवाने वाले व्यक्तियों पर भी परीक्षण किए गए हैं। साथ ही सफल नतीजों के बाद इस वैक्सीन को बंद करने का फैसला किया गया है। बयान के अनुसार, इस टीके के उत्पाद विकास और नैदानिक परीक्षणों को भारत सरकार द्वारा आंशिक रूप से वित्त पोषित किया गया था।
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भारत बायोटेक के चेयरमैन ने ‘इन्कोवैक’ को लेकर जानिए क्या कहा
भारत बायोटेक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ Krishna Ella ने कहा, “iNCOVACC प्राथमिक 2-खुराक अनुसूची और एक विषम बूस्टर खुराक के लिए एक इंट्रानेजल वैक्सीन है। यह टीका हमारे और वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।” आगे उन्होंने बताया, “कोविड वैक्सीन की मांग कम होने के बावजूद, हम भविष्य के संक्रामक रोगों के लिए प्लेटफॉर्म तकनीक के साथ बेहतर तैयारी के लिए इंट्रानेजल वैक्सीन में उत्पाद विकास जारी रखते हैं।” भारत बायोटेक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ Krishna Ella द्वारा दिया गया बयान | (Nasal Vaccine)