Bhidu The Indian street dog: एक तरफ जहां आज के समय में लोग ब्रांड्स और नस्ल के पीछे भागते हैं वही इस देश में प्रशांत राणा जैसे लोग भी रहते हैं जो इन सब चीजों पर भरोसा नहीं करते हैं ऐसे ही कहानी है एक स्ट्रीट डॉग भिडू की जिसे प्रशांत राणा द्वारा अडॉप्ट किया गया जो 1 इंडियन स्ट्रीट डॉग है।
ये भी पड़े – चंडीगढ़ की सुखना लेक पर फिर देखने को मिला एक खौफनाक मंज़र, अब मिली बच्चे की लाश
कैसे मिला भिडू (Bhidu) प्रशांत राणा को:-
प्रशांत:- यह बात है जब मैं स्कूल में पढ़ता था उस समय में एक Introvert (अंतर्मुखी) लड़का हुआ करता था, मेरे सोसाइटी के पास एक मादा पप्पी हुआ करती थी जिसने 4-5 कुत्तों को जन्म दिया था जिसमें से वह तीन कुत्तों को ले गई और 2 को वहीं छोड़ गई, उन दो कुत्तों में से एक मर गया और एक बचा हुआ था, जिसे मैने कई बार अपने घर के पास देखा था। तब मैंने उसे कुछ खाने को देकर वहीं छोड़ दिया था, मुझे लगता था कि उसकी मां मर गई होगी लेकिन कुछ समय बाद मुझे लोगो से पता लगा कि उसकी मां जिंदा है पर जब मैं उसे उसकी मां के पास लेकर गया तो उसने उसे स्वीकारा नहीं मेंने कई बार प्रयास किया लेकिन उसकी मां ने उसे नहीं स्वीकारा दुसरे कुत्तों द्वारा वह मारा न जाए इसलिए मैं उसे अपने साथ घर ले आया लेकिन मेरे परिवार वालों ने उसे नहीं स्वीकारा और शुरुआत मेरा भी भीडू से कोई खास लगाव नहीं था इसलिए मैंने उसके लिए अपने घर के बाहर ही एक घर बना दिया। समय के साथ-साथ जब मेरा और मेरे परिवार वालों का लगाव उसके साथ बढ़ने लगा तब मैंने उसे अडॉप्ट कर लिया और उसका नाम हमने भिडू रखा है।
प्रशांत राणा कहते हैं:- (Bhidu The Indian street dog)
प्रशांत:- यदि हम बात करे और लोगों की तो जहां लोग विदेशी कुत्ते या कुत्तों की महंगी से महंगी नस्ल लेना पसंद करते हैं जिसके चलते इन भारतिय कुत्तों को जिन्हें हम स्ट्रीट डॉग्स कहकर बुलाते हैं उन पर ध्यान नहीं देते, कई तरह के लोग इन्हें या तो मारते हैं या इन्हें अपने से दूर रखते है। आए दिन हमें खबरें सुनने को मिलती हैं कि किसी कुत्ते ने किसी बच्चे को काट लिया या किसी व्यक्ति पर हमला कर दिया तो देखा जाए कहीं न कहीं उन सब की वजह हम ही हैं क्योंकि इन खबरों के साथ-साथ हमें यह खबरें भी सुनने को मिलती हैं कि केसे सम इन्सान ही इन जानवरों पर कितना अत्याचार करते हैं इन्हें मारते हैं जिसके चलते यह जानवर हम इंसानों को अपना दोस्त समझने की जगह अपना दुश्मन समझते हैं जिसके चलते ही यह हम इन्सानों पर हमला कर देते हैं। तो इसका ध्यान हमें ही रखना होगा और यह तब ही हो सकता है जब हम विदेशी कुत्ते या महंगी नस्लों के कुत्तों को लेना कम कर इन (India Street Dogs) को अडॉप्ट करेंगे या इनपर भी थोड़ा ध्यान देंगे।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
प्रशांत भविष्य में क्या करना चाहते हैं इन स्ट्रीट डॉग्स को लेकर:-
प्रशांत:- ने बताया कि वह एक NGO खोलना चाहते हैं जो इन स्ट्रीट डॉग्स या भारतीय कुत्तों को बढ़ावा देगा जो इन कुत्तों को भी घर मिलने में या इनकी देखभाल करने में मदद करेगा। प्रशांत राणा के इस कार्य को भारतीय बॉलर अर्शदीप सिंह जैसे कई लोगों ने सराहा है और वह भी इन इंडियन स्ट्रीट डॉग्स यानी Indies को अडॉप्ट करने की सलाह देते हैं, जिसके चलते इन्हें भी घर मिल सके या इनकी भी देखभाल हो सके ।