लखनऊ। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भाजपा उत्तर प्रदेश (UP BJP) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। विधान परिषद सदस्य और जाट नेता चौधरी भूपेन्द्र सिंह (Chaudhary Bhupendra Singh) अब स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) की जगह लेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा ने गुरुवार को भूपेन्द्र सिंह को भाजपा उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया है। भूपेन्द्र सिंह को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को नई दिल्ली बुलाया था। इसके बाद से ही उनके इस पद पर आसीन होने की अटकलें लगने लगी थीं।
भपेन्द्र सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही रुहेलखंड क्षेत्र की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। इन्होंने 1989 में भाजपा सदस्यता ली थी। इसके बाद से ही पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगे रहे। धीर-गंभीर स्वाभाव के भूपेन्द्र सिंह का विवादों से कोई नाता नहीं है। पार्टी लाइन पर चलने वाले चौधरी भूपेन्द्र सिंह को भाजपा के थिंक टैंक माने जाने वाले अमित शाह का करीबी माना जाता है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह के बारे में जानें
- भूपेंद्र सिंह का जन्म मुरादाबाद की कांठ तहसील के गांव महेंद्री सिकंदरपुर में तीन जून, 1967 को किसान परिवार में हुआ
- प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राइमरी स्कूल से हुई। 12वीं तक पढ़ाई उन्होंने आरएन इंटर कालेज मुरादाबाद में की
- बीए प्रथम वर्ष हिंदू कालेज मुरादाबाद से की
- राम मंदिर आंदोलन के दौरान 1989-90 में भाजपा से जुड़े। इस दौरान कई बार जेल भी गए
- 1993 में भाजपा जिला कार्य समिति में सदस्य बनाए गए
- 1994 में जिला कार्यकारिणी के कोषाध्यक्ष बने और फिर 1995 में जिला महामंत्री
- 1996 से 2000 तक भाजपा मुरादाबाद जिलाध्यक्ष रहे
- 1999 में सम्भल संसदीय सीट से मुलायम सिंह के मुकाबले चुनाव लड़े, हालांकि जीत नहीं सके।
- 2000 में विभाग संयोजक और 2007 में क्षेत्रीय मंत्री बनाए गए
- 2009 में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में मुरादाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा, पर जीत नहीं पाए।
- 2010 से 2018 तक वह चार बार क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे।
- 2016 में उन्हें विधान परिषद भेजा गया, छह जुलाई,2022 को कार्यकाल पूरा होने पर दोबारा विधा्नपरिषद निर्वाचित हुए।
- 2017 के चुनाव में उनके नेतृत्व में पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया
- 2017 में योगी सरकार बनने पर पर पंचायती राज राज्य मंत्री बनाए गए। 2019 में इसी विभाग के कैबिनेट मंत्री बने। मौजूदा सरकार में भी वह पंचायती राजमंत्री हैं
वर्ष 2017 में पहले-पहल योगी सरकार में पंचायती राज विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने थे। इसके साथ ही वह लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री भी थे। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद चौधरी को प्रमोट कर पंचायती राज विभाग का ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया। चौधरी उन गिने-चुने मंत्रियों में हैं जो योगी सरकार 2.0 में भी पंचायती राज विभाग के ही फिर कैबिनेट मंत्री बने। चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता के रूप में भी काफी काम किया है।