नई दिल्ली। Navratri 2022: नवरात्र का त्योहार आखिर आ ही गया, जिसका सभी को साल भर से इंतज़ार रहता है। इस दौरान लोग मां दुर्गा की पूजा अर्चना करते हैं और व्रत भी रखते हैं। इस दौरान व्रत के खाना का आनंद उठाना किसे पसंद नहीं। हालांकि, अगर आप डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं, तो आपके लिए खुद को कंट्रोल करना मुश्किल है। (Diabetic Patients)
अगर आप डायबिटिक हैं, तो आपको खाने का चयन करते वक्त बेहद सावधान रहना होगा, खासतौर पर अगर आप उपवास कर रहे हैं। व्रत के दौरान ब्लड शुगर के स्तर को भी बनाए रखना ज़रूरी है। तो आइए जानें कि डायबिटीज़ के मरीज़ों को व्रेत रखते वक्त किन बातों का ख्याल ज़रूर रखना चाहिए।
1. अगर आपको डायबिटीज़ हैं, तो कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की रोटी खाएं। यह आटे डायबिटीज़ के मरीज़ो के लिए हेल्दी माने जाते हैं। सिंघाड़े का आटा फाइबर से भरपूर होता है, जिसे पचाना आसान है। साथ ही इसका सेवन शरीर में चीनी के रिलीज़ की गति को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नहीं बढ़ता।
2. नवरात्र में उपवास रखते हुए डायबिटीज़ के मरीज़ अपनी आम डाइट फॉलो कर सकते हैं। उन्हें सिर्फ कुट्टू या सिंघाड़े का आटा ही डाइट में शामिल करना है। यह हेल्दी होने के साथ डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए सुरक्षित भी होते हैं।
3. कोशिश करें कि आपकी डाइट के ज़रिए शरीर में तरह-तरह के प्रोटीन जा सकें। अगर आप व्रत रख रहे हैं, तो आप कुछ तरह की दालों का सेवन नहीं कर सकेंगे। इसलिए आपको उपवास करते समय दूध, दही, पनीर जैसे प्रोटीन ज़रूर का सेवन ज़रूर करना चाहिए।
4. डायबिटीज़ के मरीज़ जौ या इससे बने खाद्य पदार्थों का भी आनंद ले सकते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए जौ फायदेमंद होता है।
5. व्रत में ज़्यादातर चीज़ें जो खाई जाती हैं, उनमें आलू आमतौर पर होता है। डायबिटीज़ होने पर आलू का सेवन सही नहीं है, इसलिए आलू को आप दही या किसी दूसरी सब्ज़ी के साथ खा सकते हैं और फिर रोटी न खाएं। आलू की मात्रा भी सीमित ही रखें।
6. व्रत के दौरान काफी तला हुआ खाना भी खाया जाता है। ऐसे खाने से दूर रहें। अगर आपको डायबिटीज़ है, तो व्रत से पहले डाइट प्लान तैयार कर लें और उसी को फॉलो करें, ताकि आप इस दौरान भी हेल्दी रहें। (Diabetic Patients)
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।