मंगलवार को नौकरी के बदले जमीन मामले (Lalu Yadav) में CBI की टीम राजद सांसद मीसा भारती के दिल्ली में स्थित निवास पर लालू प्रसाद यादव से करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद रवाना हुई। इससे पहले सीबीआई ने सोमवार को लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व CM राबड़ी देवी से 5 घंटे पूछताछ की थी।
CBI इस मामले में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी समेत 14 लोगों पर भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधान के (Lalu Yadav) तहत आपराधिक षड़यंत्र के आरोप हैं। इस मामले में 15 मार्च को इन सभी आरोपितों की दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी है।
जाने कब-कब क्या हुआ?
18 मई 2022- CBI ने 16 नामजद समेत अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज किया
20 मई 2022- बिहार और दिल्ली के 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई
27 जुलाई 2022- पूर्व विधायक भोला यादव व रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी गिरफ्तार
27 जुलाई 2022- भोला यादव के पटना व दरभंगा के आवास पर सीबीआई का छापा
24 अगस्त 2022- राजद नेताओं के बिहार, दिल्ली व गुरुग्राम के 17 ठिकानों पर छापा
7 अक्टूबर 2022- सीबीआई ने लालू, राबड़ी, मीसा और हेमा समेत 17 के खिलाफ चार्जशीट दायर की
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इन्होंने दी लालू प्रसाद और उनके स्वजनों को जमीन
राजकुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को नौकरी देने के नाम पर लालू प्रसाद ने किशुन देव राय और उनकी पत्नी सोनमतिया देवी से छह फरवरी 2008 को महुआबाग (Lalu Yadav) की 3375 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी के नाम ट्रांसफर कराई। एवज में दिए 3.75 लाख। तीन को नौकरी मिली और मुंबई सेंट्रल में हुआ पदस्थापन। इस मामले पर CBI की जांच जारी हैं|
संजय राय, धर्मेंद्र राय, रविंद्र राय ने अपने पिता कामेश्वर राय की महुआबाग की 3375 वर्ग फीट जमीन छह फरवरी 2008 को राबड़ी देवी के नाम पर लालू प्रसाद के कहने पर ट्रांसफर की। एवज में इन्हें मुंबई सेंट्रल में समूह-डी में नौकरी मिली।
किरण देवी नाम की महिला ने 28 फरवरी 2007 में बिहटा की अपनी 80905 वर्ग फीट जमीन लालू प्रसाद के कहने पर उनकी पुत्री मीसा भारती के नाम कर दी। (Lalu Yadav) इस जमीन के एवज में किरण देवी को 3.70 लाख रुपये और उनके पुत्र अभिषेक कुमार को सेंट्रल रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।
हजारी राय ने महुआबाग की अपनी 9527 वर्गफीट जमीन 10.83 लाख रुपये लेकर मेसर्स एके इंफोसिस के नाम लिख दी। इसके एवज में हजारी राय के दो भांजे दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार में से एक को पश्चिम सेंट्रल रेलवे, जबलपुर में और दूसरे को पूर्वोत्तर रेलवे कोलकाता में नौकरी मिली।
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लाल बाबू राय ने महुआ बाग, पटना की अपनी 1360 वर्गफीट जमीन 23 मई 2015 को लालू प्रसाद के नाम ट्रांसफर की, जिसके एवज में लाल बाबू को 13 लाख रुपये दिए गए। (Lalu Yadav) इसके पहले ही उनके पुत्र लालचंद कुमार को 2006 में उत्तर-पश्चिम रेलवे, जयपुर में नौकरी मिल चुकी थी। ब्रजनंदन राय ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट की जमीन 29 मार्च 2008 को गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख लेकर ट्रांसफर किया।
बाद में यह जमीन हृदयानंद चौधरी ने लालू की पुत्री हेमा यादव के नाम कर दी, जिसके बाद यह जमीन तोहफे में दी गई उस वक्त उसका सर्किल रेट 62.10 लाख रुपये था। जमीन के एवज में हृदयानंद चौधरी को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर (बिहार) में नौकरी मिली। (Lalu Yadav) विशुन देव ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट जमीन 29 मार्च 2008 को सिवान निवासी ललन चौधरी के नाम ट्रांसफर की। ललन चौधरी ने बाद में यह जमीन हेमा यादव को 28 फरवरी 2014 को तोहफे में दे दी। CBI के मुताबिक, इस तोहफे के बदले में ललन चौधरी के पोते पिंटू कुमार को दक्षिण रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई। फिलहाल इस मामले पर CBI ने आज लालू यादव से पूछताछ कर ली हैं|