पंचकूला, 2 मार्च- उप कृषि निदेशक डाॅ सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि बढते हुए तापमान (CCSHAU) से गेंहू की फसल के बचाव के लिए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविधालय हिसार (Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University) ने एडवाईजरी जारी की है। दिन का तापमान 30 से 32 डिग्री से व रात का तापमान 15 डिग्री से से नीचे रहता है तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है।
ये भी पड़े – अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता|
उन्होंने बताया कि रात व दिन का तापमान मिलाकर औसत 22 डिग्री से गेंहू की पैदावार के लिए सबसे उतम है। गेंहू की फसल 24 डिग्री से तक औसत तापमान सहन कर सकती है। उन्होंने बताया कि यदि दिन का तापमान 35 डिग्री से उपर होने पर गेंहू के बनने वाले दानों पर बुरा प्रभाव पडता है। (CCSHAU) बढ़े हुए तापमान से बचने के लिए किसानों को आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई करने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि जब तेज हवा चल रही हो तो सिंचाई रोक दे अन्यथा फसल के गिरने से नुकसान हो सकता है।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
उन्होंने बताया कि गेंहू में बालियां निकलते समय या अगेती गेंहू की बालियां निकली हुई है, तो भी 0.2 प्रतिशत पौटाशियम क्लोराइड यानी 400 ग्राम म्यूरेट आफ पोटाश (पोटाश खाद) 200 लिटर पानी में घोल कर प्रति एकड छिडकाव करने से तापमान में अचानक हुई वृद्धि से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। (CCSHAU) उन्होंने बताया कि पछेती बोई हुई गेंहू मेें पौटाशियम क्लोराइड का छिडकाव 15 दिन के अंतराल पर दो बार किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में सम्पर्क कर सकते है।