साल 2020 में हुए लद्दाख के गलवान झड़प के बाद चीनी सेनिको ने फिर से अपनी नापाक हरकत को अंजाम दिया है, अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang) के पास के इलाके में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की एक बार फिर हिंसक झड़प हुई है .गौरतलब है कि कई राउंड की कोर कमांडर स्तर की बैठक हो जाने के बाद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा. लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के करीब 30 महीनों बाद एक बार फिर सीमा पर भारतीय और चीनी सेना आमने-सामने हो गई. अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास के इलाके में एक बार फिर चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की झड़प हो गयी. हालांकि, चीनी सैनिकों के हमले का भारतीय सेना ने जोरदार जवाब दिया. लेकिन झड़प में दोनों ओर से कई सैनिकों के घायल होने की खबर है. सेना के सूत्रों ने कहा है कि एलएसी पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद दोनों पक्ष तुरंत क्षेत्र से पीछे हट गये. सूत्रों के हवाले से खबर है कि झड़प के बाद भारतीय कमांडर ने तवांग सेक्टर में शांति बहाल करने के लिए चीनी समकक्ष के साथ फ्लैग मीटिंग की. ( Indian Army)
9 दिसंबर 2022 को हुई है झड़प: भारतीय और चीनी सेना के बीच बीते 9 दिसंबर को झड़प हुई थी. सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सैनिकों ( Indian Army) ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी पर चीनी PLA सैनिकों का डटकर सामना किया. सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हुए हैं. सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि झड़प में घायल कम से कम छह सैनिकों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है. झड़प में किसी भी सैनिक के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है.
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15 जून 2020 को गलवान घाटी में क्या हुआ था: गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में 15 जून 2020 को भारतीय और चीनी सेना आमने-सामने हो गयी थी. दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. हालांकि चीनी सेना साजिश के तहत भारतीय सीमा पर तैनात भारतीय सेना पर हमले के इरादे से ही आयी थी. उनके पास महले के लिए लोहे के रॉड और तार से बने हथियार के होने के सबूत मिले थे, 20 जवान हुए थे शहीद. गलवान घाटी में हुए खूनी झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गये थे. वहीं, चीनी सैनिकों को भी भारी नुकसान हुआ था. बड़ी संख्या में भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को भी मौत के घाट उतार दिया था. वहीं, भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प को लेकर रूस की समाचार एजेंसी ने भी एक खुलासा किया था. रूसी एजेंसी तास (TASS) के मुताबिक गलवान की हिंसक झड़प में चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गये थे. हालांकि झड़प के बाद अपने सैनिकों की मौत की पुष्टि चीन ने नहीं की थी लेकिन यह माना था कि लड़ाई में सैनिकों का नुकसान तो होता ही है. (Indian Army)