सिरसा। (सतीश बंसल) कचरा प्रबंधन प्लांट बकरियां वाली में (Cleanliness campaign) लंबे समय से कूड़े में आग लगी हुई है, जिसके चलते नजदीक लगते कई गांवों में लोग धुएं व बदबू की वजह से बीमार हो रहे हैं। समस्या को लेकर बुधवार को कई गांवों के ग्रामीणों ने एकत्रित होकर जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता को एक ज्ञापन सौंपा। बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह ने बताया कि गांव बकरियांवाली से करीब 800 मीटर दूर वर्ष 2006 में कचरा प्रबंधन प्लांट स्थापित किया था। यह कचरा प्रबंधन प्लांट करीब 13 एकड़ में बनाया गया था और मौजूदा समय में इस प्लांट में क्षमता से अधिक कूड़ा कचरा भर चुका है।
स्थिति का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्लांट में लगे कूड़े के ढेर की ऊंचाई करीब 80 फुट से भी ऊंची है। प्रतिदिन 100-150 टन कूड़ा शहर से कचरा प्लांट में आता है और इसकी तुलना में बहुत कम मात्रा में कूड़े का निस्तारण हो पाता है, जिसकी बदौलत अब प्लांट में कूड़ा डालने के लिए भी पर्याप्त स्थान नहीं बचा है।
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23 अप्रैल को जब धरना लगाकर प्लांट का गेट बंद कर दिया था, उस समय मौके पर नगर परिषद के अधिकारियों ने आकर आश्वासन दिया था कि 2-3 दिन कूड़े में लगी आग बुझा देंगे और जो कचरा आंधी से उड़कर किसानों के खेतों में गया है, उसे भी इकठ्ठा करवा देंगे, (Cleanliness campaign) लेकिन इसके बावजूद भी आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि आगजनी की घटना तक पहुंचने के लिए प्लांट में कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही गाडिय़ां आग तक पहुंच पा रही है।
किसानों को इस बात का डर है कि प्लांट आसपास बोई गई नरमा, कपास व बाजरा इत्यादि की फसलें धुएं की वजह से नष्ट हो रही है। किसानों की मांग है कि जिला प्रशासन व सरकार उनकी सुध ले और नष्ट हो रही फसल की भरपाई करें। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर जल्द हमारी मांगेंपूरी नहीं होगी तो आगामी दिनों में धरना प्रदर्शन करेंगे व कचरा प्रबंधन प्लांट को ताला लगा देंगे। आवश्यकता पड़ी तो रोड जाम करने से भी नहीं पीछे हटेंगे।
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औलख ने बताया कि जिस उद्देश्य के लिए कचरा प्रबंधन प्लांट की स्थापना की गई थी, उसको सरकार पूरा नहीं कर पा रही है और ना ही जिला प्रशासन। विडंबना की बात है कि गांव बकरियांवाली के किसानों ने कूड़ा प्रबंधन के लिए अपने गांव की भूमि दी और यही उनके लिए अभिशाप बनता जा रहा है। (Cleanliness campaign) बार-बार कूड़े में लग रही आग की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि वह और उनका संगठन इस कठिन परिस्थिति में किसानों के साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा। इस अवसर पर किसान सुभाष कड़वासरा, लीलाधर कड़वासरा, सरपंच प्रतिनिधि विनोद कासनियां, भाल सिंह, मुकेश कासनिया, राम कुमार, रजनीश जाखड़, चिमनलाल, पालाराम, महेंद्र कड़वासरा, संदीप मोडियाखेड़ा व महेंद्र मौजूद थे।