विकासनगर : महिला आयोग: उत्तराखंड पुलिस अभी तक रुड़की में कार में मां बेटी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना का पर्दाफाश कर भी नहीं पायी थी कि थाना सहसपुर अंतर्गत केदारावाला क्षेत्र की एक किशोरी के साथ कार में तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के पिता की ओर से आरोपितों के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों को न्यायालय में पेश करने की तैयारी चल रही है।
थाना सहसपुर क्षेत्र के एक गांव की 16 साल की किशोरी सोमवार की देर सायं साढ़े सात आठ बजे के करीब घर के पास ही चक्की से आटा लेकर वापस घर आ रही थी, तभी उसे पड़ोस में रहने वाले आरिफ, असलम निवासी केदारावाला व अनिल निवासी रुद्रपुर ने घर छोड़ने की बात कहते हुए कार में बैठा लिया। घर आने पर तीनों ने उसे शीतला नदी की ओर घूमने जाने की बात कही और आगे बढ़ गए। काफी गरीब घर की किशोरी आसपास के जानकार युवक होने के चलते साथ चली गई।
तीनों आरोपित उसे कार से शीतला नदी किनारे छरबा के जंगल में ले गए, जहां पर तीनों ने बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया और रात में करीब साढ़े नौ बजे उसे कार से घर छोड़ दिया। घर आते ही किशोरी ने अपने साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी स्वजन को दी। पिता की सूचना पर रात में ही थाना सहसपुर के दारोगा रविंद्र नेगी ने मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से ही रात में तीनों आरोपितों को उनके घरों से दबोच लिया। किशोरी ने इसी साल इंटर की पढ़ाई पूरी की थी।
फेसबुक पर दोस्ती कर किशोरी से दुष्कर्म
सहसपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी के साथ विकासनगर क्षेत्र के एक युवक द्वारा दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। किशोरी विधवा मां के साथ रह रही थी। नाबालिक से फेसबुक पर आरोपित ने दोस्ती की और बाद में आरोपित ने दोस्त के कमरे पर ले जाकर किशोरी से दुष्कर्म किया। स्वजन की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी व पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी है। आरोपित युवक डाक्टरगंज स्थित पुल नंबर-एक का निवासी बताया जा रहा है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीपक मैठाणी ने कहा आरोपित को पकड़ने के प्रयास चल रहे हैं।
रुड़की: सामूहिक दुष्कर्म मामले में महिला आयेाग ने तीन सदस्यीय टीम का किया गठन
वहीं रुड़की में चलती कार में मां और बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले का राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने स्वत: संज्ञान लिया है। सोमवार को आयोग की टीम ने रुड़की पहुंचकर पुलिस अधिकारियों से मामले की जानकारी ली। साथ ही, आयोग ने एक तीन सदस्यीय टीम का भी गठन किया है। बताया जा रहा है कि तीन दिन बाद भी पुलिस की ओर से ठोस कार्रवाई न करने पर आयोग ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने रुड़की-कलियर मार्ग पर चलती कार में मां-बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से लिया है। सोमवार शाम को आयोग की टीम रुड़की तहसील स्थित एसपी देहात के कार्यालय पहुंची। यहां उन्होंने सीओ विवेक कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली। टीम ने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया। इसके बाद टीम रुड़की सिविल अस्पताल पहुंची और पीडि़त महिला से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान सीएमएस डा. संजय कंसल को निर्देश दिया कि महिला और बच्ची के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। वहीं, आयोग ने पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। टीम में कोआर्डिनेटर नेहा महाजन, अनन्या सिंह और साहिल शामिल हैं। टीम मंगलवार को भी मामले की जांच करेगी। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने टीम के रुड़की पहुंचने की पुष्टि की है।
हरिद्वार: नाबालिग भतीजी से दुष्कर्म का आरोपित चाचा गिरफ्तार
ज्वालापुर में पिता से मिलने आई तलाकशुदा महिला की नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के आरोपित चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक, ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला का उसके पति से तलाक हो गया था। जिसके बाद महिला ने सहारनपुर में किसी दूसरे व्यक्ति से शादी कर ली थी। पहले पति से दो बेटियां हैं, जो अक्सर अपने पिता से मिलने ज्वालापुर आती रहती हैं।
कुछ दिन पहले 14 साल की बेटी अपने पिता से मिलने आई हुई थी। आरोप है कि चाचा ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस बारे में जब उसने अपने पिता और दादी को बताया, तो उन्होंने भी लोक-लाज के डर से शर्मनाक मामला दबा दिया। पीडि़ता ने सहारनपुर पहुंचकर अपनी मां को पूरी कहानी बताई। जिसके बाद महिला ने ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। ज्वालापुर कोतवाल आरके सकलानी ने बताया कि आरोपित महफूज को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। पीडि़ता का मेडिकल कराते हुए कोर्ट में उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे।