लखनऊ। उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था (UP One Trillion Dollar Economy) बनाने की कार्ययोजना तैयार करने के लिए कंसल्टेंट चुने गए डेलायट इंडिया और राज्य सरकार के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की मौजूदगी में उनके सरकारी आवास पर अनुबंध पत्र हस्ताक्षरित हुआ। सीएम योगी ने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश को अगले पांच वर्षों में एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाया जा सकेगा। उन्होंने कंसल्टेंट डेलायट इंडिया (Consultant Deloitte India) को इसके लिए अगले 90 दिनों के भीतर सेक्टरवार अध्ययन करते हुए भावी कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की समृद्धि के लिए राज्य सरकार ने डेलायट इंडिया को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कंसल्टेंट को राज्य सरकार के सभी विभागों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कंसल्टेंट द्वारा तैयार की जाने वाली कार्ययोजना का परीक्षण मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति करेगी। मंत्री समूह भी इसकी समीक्षा करेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने तीन वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने में सफलता पाई है। अगर हम ऐसा कर सकते हैं तो पांच वर्ष में एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य भी जरूर सफल होगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में कुछ न कुछ खास है। विकास में क्षेत्रीय असंतुलन न हो। हर क्षेत्र में हर वर्ग को प्रदेश की तरक्की का सीधा लाभ मिलना चाहिए। ऐसे में रीजन आधारित आर्थिक रणनीति तैयार किया जाना आवश्यक है।
‘मेक इन इंडिया’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए हमें इसे ‘मेक इन रूरल इंडिया’ की भावना के अनुरूप विस्तार देना होगा। इसके अलावा सनराइज सेक्टर, आइटी आइटीईएस, डाटा सेंटर, पर्यटन सेक्टर, एमएसएमई, कृषि, शिक्षा और कौशल विकास, फूड प्रोसेसिंग, ऊर्जा जैसे सेक्टरों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष जनवरी माह में प्रस्तावित ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ के जरिये 10 लाख करोड़ रुपये निवेश जुटाने का लक्ष्य है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट वर्ष 2027 तक प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा।