लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi government) बुजुर्गों की सुरक्षा, सम्मान और बेहतर स्वास्थ्य के लिए जल्द ही वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि (Senior Citizens Welfare Fund) का गठन करने जा रही है। यह निधि पांच करोड़ रुपये से स्थापित की जाएगी। इसके जरिए बुजुर्गों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। सरकार वृद्धाश्रमों की गुणवत्ता में व्यापक सुधार करेगी ताकि इन आश्रमों में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण की अध्यक्षता में मंगलवार को वरिष्ठ नागरिकों की राज्य परिषद की बैठक में तय किया गया कि जल्द ही वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा।
मंत्री ने कहा कि वृद्धाश्रम में रहने वाले ऐसे वृद्धजन जिन्हें उनके आश्रितों द्वारा अधिकारों से वंचित किया गया है और वे अपने घर वापस जाना चाहते हैं, ऐसे बुजुर्गों को उप जिलाधिकारी व पुलिस की मदद से घर भेजा जाएगा। इन्हें सरकार उनके हक व अधिकार वापस दिलाएगी।
समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रदेशभर के वृद्धाश्रम की सूची तैयार कर वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। इससे वृद्धाश्रमों की समस्याओं का निराकरण आसानी से हो सकेगा, साथ ही किसी जरूरतमंद को आसानी से अपने आस-पास के आश्रम की जानकारी मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि बुजुर्ग समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित एल्डर हेल्पलाइन नंबर 14567 पर किसी भी समस्या से अवगत करा सकते हैं, जिसका शीघ्र निराकरण किया जाएगा।
यदि किसी वृद्धजन की पेंशन संबंधी समस्या हो तो वे भी एल्डर हेल्प लाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। बैठक में समाज कल्याण निदेशक राकेश कुमार के अलावा स्वास्थ्य, पुलिस, परिवहन, ग्राम्य विकास, वित्त विभाग के अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बताया कि वृद्धाश्रमों की गुणवत्ता में सुधार के लिए समाज कल्याण अधिकारी अनामिका सिंह की अध्यक्षता में दो समितियों का गठन किया जाएगा। प्रत्येक समिति में पांच-पांच सदस्य होंगे। इसमें सरकारी अधिकारियों के साथ ही स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी रहेंगे।
यह समितियां वृद्धाश्रमों की समस्याएं हल करने के लिए सुझाव भी देंगी। उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रमों में रह रहे बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर उचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।