सिरसा। (सतीश बंसल) यदि लेखक अपने समय के सामाजिक सरोकारों के (Writing) प्रति प्रतिबद्ध नहीं है तो उसका लेखन ही निरर्थक है। पंजाबी साहित्य के प्रारंभिक दौर से लेकर आज तक वही लेखन और लेखक ज़िंदा हैं जो अपने समकालीन सरोकारों से मुख़ातिब रहे हैं। यह विचार राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा के पंजाबी विभागाध्यक्ष, केंदरी पंजाबी लेखक सभा (रजि.) के कार्यकारिणी सदस्य व हरियाणा प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव डा. हरविंदर सिंह सिरसा ने पंजाबी लेखक सभा, सिरसा द्वारा जिला सिरसा के गांव नकौड़ा के लिटल हर्ट पब्लिक स्कूल में आयोजित विचार-गोष्ठी व कविता पाठ समारोह में मुख्य-वक्ता के तौर पर समकाल एवं लेखकीय सरोकार विषय पर अपने संबोधन में व्यक्त किए।
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उन्होंने कहा कि आज कॉर्पोरेट व सांप्रदायिक शक्तियों के नापाक गठजोड़ को बे-पर्द करने, किसानों-मज़दूरों के हक़ में आवाज़ बुलंद करने, औरतों-दलितों- दमितों-वंचितों को ज़ुबाँ प्रदान करने, महंगाई-बेरोज़गारी-भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एवं वैश्विक शांति व आलमी भाईचारे के हक़ में आवाज़ बुलंद करते हुए लेखकों को लेखन के साथ सक्रिय सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में सामने आना होगा और यही समय की सबसे बड़ी अनिवार्यता है।
पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के महासचिव सुरजीत सिरड़ी ने (Writing) यह जानकारी देते हुए बताया की मा. मुख्तयार सिंह चट्ठा के संयोजन व मा. छिंदरपाल सिंह देयोल के सान्निध्य में संपन्न हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के अध्यक्ष परमानंद शास्त्री, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. हरमीत कौर बाजवा व डा. हरविंदर सिंह सिरसा पर आधारित अध्यक्षमंडल ने की। कुलदीप सिंह सिरसा द्वारा क्रन्तिकारी गीत की प्रस्तुति उपरांत मुख्त्यार सिंह चट्ठा व छिंदरपाल सिंह देयोल ने सभी उपस्थितजन का स्वागत किया।
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इस उपरान्त वरिष्ठ लेखक लखविंदर सिंह बाजवा के नव-प्रकाशित पंजाबी काव्य-संग्रह संदली किरणां को लोकार्पित किया गया। काव्य-पाठ के अंतर्गत ईशनजोत कौर, जसवीर सिंह मौजी, महिंदर सिंह नागी, हीरा सिंह दर्द, कुलवंत सिंह धंजू, अमरजीत सिंह संधू, हीरा सिंह सिरसा, डा. गुरप्रीत सिंह सिंधरा, डा. हरमीत कौर बाजवा, पूरन सिंह निराला, छिंदरपाल सिंह देओल, रघुबीर सिंह देओल, सुरेश बरनवाल, अनीश कुमार, सुरजीत सिरड़ी, प्रवीण शर्मा, मुख्त्यार सिंह चट्ठा, हरजीत सिंह देसूमलकाना, कुलदीप सिरसा, परमानंद शास्त्री, डा. हरविंदर सिंह सिरसा इत्यादि ने सामाजिक सरोकारों से ओत-प्रोत कविताओं की ख़ूबसूरत एवं भावपूर्ण प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन पंजाबी लेखक सभा, (Writing) सिरसा के महासचिव सुरजीत सिरड़ी ने किया और कार्यक्रम के समापन पर पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के अध्यक्ष परमानंद शास्त्री ने सभी उपस्थितजन के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रीतम सिंह, कुलदीप सिंह, हीरा सिंह रंधावा नंबरदार, बलदेव सिंह, गुरदीप कौर, जगतार सिंह, एकजोत कौर देओल, जोबनदीप सिंह देओल इत्यादि के अलावा इलाका निवासी प्रबुद्धजन ने विशाल संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई।