लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी को लेकर जिला मजिस्ट्रेटों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंंह भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जो भी तैयारियां अधूरी रह गई हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन टीम बनाने के भी निर्देश दिए हैं। जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा होने पर उससे निपटा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ बाढ़ के लिए ही नहीं अन्य किसी आपदा के लिए भी जिलों में आपदा टीम हमेशा तैयार रहनी चाहिए। इसके लिए जिलाधिकारी अपने स्तर से फंड का इंतजाम कर सकते हैं। जनपद स्तर पर कोई जिला आपदा प्रबंधन में कैसे स्वाबलंबी बने इस पर हमारा फोकस होना चाहिए। जिससे हम हर आपदा से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहे।
बता दें कि जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने मंगलवार को मानसून आने से पहले बाढ़ से बचाव की तैयारियों के लिए आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें इंटर एजेंसी ग्रुप (आइएजी) की 46 सदस्य संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल हुए थे।
मंत्री ने कहा था कि बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में स्वयंसेवी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। वह सरकार के साथ मिलकर काम करें। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्यालय स्थित सभागार में बैठक के दौरान जलशक्ति मंत्री ने संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि राष्ट्र और समाज के हित में परिश्रम करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए।
आपदा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करते हुए स्वतंत्र देव ने कहा था कि आपकी पहुंच गांव-गांव तक है। आपका सूचना तंत्र और कार्यकर्ताओं का नेटवर्क काफी बड़ा है। आपकी पकड़ बाढ़ वाले संवेदनशील इलाकों में सरकार और समाज, दोनों के लिए उपयोगी साबित होगी।