सिरसा| (सतीश बंसल) श्री गौशाला में आयोजित संगीतमयी श्रीमद्भागवत (Gaushala) कथा ज्ञान यज्ञ का हवन यज्ञ व भंडारे के साथ समापन हो गया। सात दिनों तक भगवान श्री कृष्ण जी के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्याभिचार को दूर कर एक सभ्य समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
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इस धार्मिक अनुष्ठान के अंतिम दिन कथावाचक ब्रह्मचारी शिवबली महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भगवान श्री कृष्ण के सर्वोपरी लीला श्री रास लीला मथुरा गमन, (Gaushala) दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंस वध, कुबजा उद्धार, रुक्मणीविवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया।
इस दौरान भजन गायन ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। शिवबली महाराज ने सभ्य व बेहतर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश सुनाकर अपने आप को उस अनुरूप आचरण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है, वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है। समाज में कुछ लोग ही अच्छे कर्मों द्वारा सदैव चिर स्मरणीय होते हैं, इतिहास इसका साक्षी है।
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कथा के दौरान गौशाला के लिए बेहतर कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया। कथा समापन के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में खीर व लड्डूओं का प्रसाद वितरित किया गया। (Gaushala) इस मौके पर श्री गौशाला के प्रधान राजेंद्र रातुसरिया, प्रबंधक कमेटी के उपप्रधान दीनदयाल कंदोई, महासचिव प्रेम कंदोई, सहसचिव ओमप्रकश मैहता, कोषाध्यक्ष राजकमल चमडिय़ा, सी ए राजेंद्र अग्रवाल, राजेंद्र गनेरीवाला, सुशील बांसल रोहतक वाले उपस्थित रहे।