अहेरी समाज सुधार सभा के अध्यक्ष हरिओम नायक व कर्मजीत कौर वैदवाला जिला पार्षद हलका कालांवाली सिरसा ने नई दिल्ली में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पूर्व मुख्य मंत्री नेता प्रतिपक्ष हरियाणा एवं दीपक बाबरिया प्रभारी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस (Congress) कमेटी से मिलकर घुमन्तु/अर्ध घुमन्तु जातियों के अधिकारों के बारे में विस्तार से बातचीत हुई। ये जातियां सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक तौर पर बेहद पिछड़ी हुई हैं। इन वर्गों के लोगों ने देश की आन-बान-शान को बरकार रखने के लिए देश हित में कार्य किया हुआ है। इन जातियों के लोगों ने मेवाड़ के राजपूत राजा जयमल फत्ता की सामंती सेना में भील तीर, बावरिया बंदूक और अहेरी जाति के लोग तलवार चलाने माहिर होते थे।
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इन लोगों ने मुगलकाल में भी अत्याचार झेले हैं। इसके अलावा अग्रेजों के शासनकाल में भी इन जातियों पर सन् 1912 में क्रिमिनल ट्राईब एक्ट लागू किया था। अहेरी और बावरिया जाति के लोग आज भी गांव में ग्रामीण चौकीदार का कार्य करते हैं। इन जातियों के लोगों ने रोजगार की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमना पड़ता था। आज भी कुछ जातियों तो आवारा किस्म का जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर है। आज भी कुछ जातियों तो कबिलों के रूप में रहती हैं। सामाजिक दृष्टि से भी इन वर्गों के लोगों को सम्मान नहीं मिलता है। मुल्क की आजादी के बाद भी इन जातियों को समानता का अधिकार नहीं मिला है, क्योंकि ये जातियों छोटे-छोटे समूहों में रहती हैं, इनमें जागरूकता की कमी होने की वजह से संगठन की भी कमी है।
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यही वजह है कि राजनैतिक पार्टियां भी इनको वोट के रूप में प्रयोग करती आई हैं। देश तो आजाद हो गया है, परन्तु ये जाति आज भी आजादी का जीवन नहीं जी रहीं है। मशीनी युग होने की वजह से रोजगार के साधन भी नहीं रहे हैं। इन जातियों के उत्थान के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक क्षेत्रों में वरियता के आधार पर भागीदारी देने की जरूरत है, ताकि ये भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सके। यदि ये छोटे-छोटे समूह एकजुट हो गए तो अपने वाजिब हक प्राप्त करने में कामयाब हो जाएंगे। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा एवं दीपक बाबरिया ने भरोसा दिया कि सरकार आने पर इन जातियों को पूरा-पूरा मान सम्मान दिया जाएगा। इस अवसर पर सोनू सिंगवालिया, सतनाम सिंह भीवां, अजय पैंद भी साथ थे। (Congress)