नोएडा। नोएडा में परचेज मैनेजर को पीट-पीटकर हत्या के आरोपितों को सेक्टर-39 कोतवाली ने पब के मैनेजर बृजेश समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान उत्तराखंड के नैनीताल निवासी कुमेर सिंह बंगारी, चंपावत हिमांशु कुमार, दिल्ली निवासी मैनेजर देवेन्द्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के मंडी निवासी मैडी ठाकुर, सेक्टर-45 में रहने वाले गुड्डू सिंह, सेक्टर-15 में रहने वाले मैनेजर सुंदर सिंह के रूप में हुई है।
एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि नोएडा सेक्टर-38ए स्थित गार्डन गलेरिया के एक पब-रेस्टोरेंट में पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में ब्रजेश की हत्या हुई। उन्होंने बताया कि सोमवार रात 10 बजे गार्डन गलेरिया माल के पब-रेस्टोरेन्ट लास्ट लेमन में खाने के बिल के लेनदेन को लेकर सेक्टर-77 स्थित सोसायटी में रहने वाले परचेज मैनेजर बृजेश के साथ मारपीट करते हुए सिर पर लात से गंभीर चोट पहुंचाकर बृजेश की हत्या कर दी थी। जिसके संबंध में सेक्टर-39 कोतवाली में रेस्टोरेंट के मैनेजर समेत हत्या का केस दर्ज करके 16 लोगों को हिरासत में लिया गया था।
घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से जांच पर सामने आया है कि शापिंग माल के दो कर्मचारियों के साथ पब के मैनेजर समेत पांच लोगों ने बृजेश से मारपीट की थी। मामले की जांच के बाद बुधवार को घटना का अनावरण करते सात लोगों को गार्डन गलेरिया माल से गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक नामजद व एक अज्ञात आरोपित फरार चल रहा है जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं
गौरतलब है कि बिहार के सिवान जिले के निवासी बृजेश कुमार राय (30) पत्नी पूजा पराशर और दो बच्चों के साथ सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली प्रिंसली स्टेट सोसायटी में परिवार के साथ रहते थे। वह सेक्टर-80 स्थित वाहनों की बैटरी बनाने वाली जेएल एंड फिनिक्स फैक्ट्री में बतौर परचेज मैनेजर तैनात थे। सोमवार को दिन में फैक्ट्री में ड्यूटी के बाद एक महिला मित्र समेत सात दोस्तों के साथ पार्टी के लिए गार्डन गलेरिया माल के लास लेमंस पब में गए थे। वहां रेस्टोरेंट भी है, जहां पार्टी के दौरान बियर परोसने वाले वेटरों के साथ उनका विवाद हो गया था।
आरोप है कि बृजेश और उनके दोस्त बियर की क्रेट को सर पर रखकर नाचने के साथ शोर मचा रहे रह थे। पब के मैनेजर और वेटर ने 7,400 रुपये के बिल का भुगतान कर वहां से जाने को कहा, तो दोनों में कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि वहां कर्मचारी के रूप में मौजूद बाउंसरों ने बृजेश को पीटना शुरू कर दिया।
बृजेश के साथ अभद्रता और मारपीट देख उनके दोस्तों ने बीच बचाव किया, लेकिन बाउंसरों ने बृजेश को पीटना नहीं छोड़ा। जब तक वह जमीन पर गिर नहीं गया, तब तक बाउंसर उन्हें पीटते रहे। इससे उन्हें सिर के साथ शरीर में अंदरूनी चोट लगी। बृजेश को दोस्तों की मदद से इलाज के लिए प्रयाग अस्पताल में भर्ती कराया था।जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।