हस्तक्षेप के माध्यम से ब्लैक स्पॉट/दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को (Road Safety) सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया गया जैसे कि टेबल-टॉप का निर्माण, चेतावनी यातायात संकेतों की स्थापना आदि के साथ-साथ सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए सड़कों पर समग्र दृश्यता में सुधार और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए। लिए गए कुछ प्रमुख निर्णयों में पूरे शहर में पैदल चलने वालों की सुरक्षा के लिए मौजूदा मिड-ब्लॉक पैदल यात्री क्रॉसिंग में सुधार, पायलट आधार पर मध्य मार्ग पर ऑटो रिक्शा के लिए पिक एंड ड्रॉप पॉइंट्स का निर्धारण, बसों/बसों के लिए एकदम बाएं लेन का प्रावधान शामिल हैं।
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शहर की सड़कों पर ट्रक/टैक्सियां/वाणिज्यिक वाहन, मुख्य कैरिजवे सड़कों पर चिह्नित साइकिल ट्रैक का भौतिक पृथक्करण, जहां सार्वजनिक फुटफॉल और यातायात की (Road Safety) मात्रा अधिक है, स्टॉप लाइन/से पहले मुख्य कैरिजवे पर राउंडअबाउट और एरो मार्किंग के चारों ओर एरो मार्किंग के साथ लेन का प्रावधान पैदल यात्री क्रॉसिंग।
ने सूचित किया है कि उन्होंने तीन ब्लैक स्पॉट स्थानों पर टेबलटॉप का निर्माण किया है जबकि शेष स्थानों पर कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा विज्ञान पथ पर हीरा सिंह चौक से झील मोड़ की ओर तथा झील मोड़ से उत्तर मार्ग पर गुरुद्वारा गुरुसागर साहिब मोड़ तक (Road Safety) साइकिल ट्रैक को भौतिक रूप से अलग करने का कार्य स्प्रिंग पोस्ट लगाकर पूरा कर लिया गया है। सड़क का प्रयोग करने वालों की सुरक्षा के लिए संबंधित विभागों को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समयावधि में लिए गए निर्णयों को क्रियान्वित करने को कहा गया है।
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बैठक में एसएसपी/यातायात एवं सुरक्षा के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
यूटी इंजीनियरिंग विभाग, नगर निगम/चंडीगढ़, आर्किटेक्ट विभाग, अर्बन टाउन प्लानिंग विभाग/यूटी, एमओआरटीएच और आरओ-चंडीगढ़ के कार्यकारी अभियंता, (Road Safety) एसटीए/चंडीगढ़, सभी डीएसपी/ट्रैफिक और चंडीगढ़ रोड सेफ्टी सोसाइटी (CRSS) के विशेषज्ञ।