पंचकूला, 13 फरवरी- उपायुक्त महावीर कौशिक की अध्यक्षता में (DC) आज उपायुक्त कार्यालय में चिन्हित अपराधों को लेकर बैठक आयोजित की गईं। बैठक में कुल 43 आपराधिक मामलों पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने पोक्सो एक्ट, आई.टी.एक्ट, आर्मस एक्ट तथा भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दर्ज विभिन्न संगीन अपराधिक मामलों की समीक्षा की।
उपायुक्त महावीर कौशिक ने चिन्हित अपराधों के मामलों की समीक्षा करते हुये जांच प्रक्रिया में तेजी लाकर मामलों का जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिये ताकि पीड़ित को समय पर न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि जिन संगीन अपराधिक मामलों में आरोप तय हो चुके है, (DC) ऐसे मामलों में न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को कानून के अनुसार सजा दिलवाना सुनिश्चत किया जाए ताकि आपराधिक प्रवृति के लोगों में कड़ा संदेश जाए तथा वे इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहे।
एसीपी राजकुमार कौशिक ने उपायुक्त को विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए मामलों में की गई कार्रवाई की प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। (DC) उन्होंने उपायुक्त को आश्वासन दिलाया कि मामलों की प्राथमिकता के आधार पर जांच प्रक्रिया में और तेजी लाई जाएगी व माननीय न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को कानून के अनुसार सख्त सजा दिलवाई जायेगी।
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जिला उपन्यायवादी नरेश गर्ग ने चिन्हित अपराध के मामलों में हुई प्रगति का ब्यौरा भी उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि चिन्हित अपराध की बैठक में सिर्फ (DC) संगीन और गंभीर मामलों पर चर्चा की जाती है। इस अवसर पर एसीपी राजकुमार कौशिक, जिला उप-न्यायवादी नरेश गर्ग, अंबाला जैल के अधीक्षक संजीव पातड़ सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।