इंडेक्स मेडिकल कॅालेज हॅास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर द्वारा आजाद नगर क्षेत्र में निःशुल्क नशा मुक्ति (De- Addiction) शिविर का आयोजन किया गया। मप्र सरकार और इंडेक्स समूह की शहर को नशा मुक्त करने की पहल के अंतर्गत विभिन्न शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी श्रृंखला में कम्युनिटी हाॅल आजाद नगर में हुए शिविर में विशेष अतिथि शेख अलीम ,पूर्व पार्षद आज़ाद नगर और आयोजक डॅा.रामगुलाम राजदान उपस्थित थे। इस अवसर पर शेख अलीम ने बताया कि शहर में कई क्षेत्रों में नशीले पदार्थों का सेवन एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है।
ये भी पड़े– Malvanchal University इंदौर ने स्थापना दिवस मनाया
खासतौर पर ब्राउन शुगर के सेवन की वजह से युवा के साथ हर उम्र के लोग इसके कारण आर्थिक और शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे है। इस क्षेत्र में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का नशा मुक्ति अभियान एक सार्थक पहल है।नशे के खिलाफ क्षेत्र में मुहिम चलाई जा रही मुहिम में यह मददगार साबित होगा। इंडेक्स समूह की कोशिश नशे से दूर हो युवा आयोजक डॅा.रामगुलाम राजदान ने कहा कि इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया की यह पहल है कि इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अधिक से अधिक नशा मुक्ति के शिविर आयोजित करे।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
खासतौर पर युवा वर्ग को नशे से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने की कोशिश करें।उन्होंने कहा कि आज नशा मुक्ति (De – Addiction) को लेकर सरकार और विभिन्न संगठनों ने कई योजनाएं चलाई है। नशे की लत में बर्बाद होते युवाओं को जागरूक करना सबसे जरूरी है। खासतौर पर इंडेक्स समूह का यह शिविर युवाओं को नशे की लत से दूर करने और जागरूक करने में मदद करेगा। पुलिस द्वारा भी इस क्षेत्र में नशा कारोबारियों के खिलाफ लगातार मुहिम चलाई जाती और इस क्षेत्र को नशा मुक्त किया जाएगा।
इस शिविर में 135 से अधिक मरीज ऐसे थे जो किसी न किसी प्रकार के नशे का सेवन कर रहे थे। डॉक्टरों द्वारा उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में उचित इलाज के लिए भर्ती होने की सलाह दी।इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकराजसिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॅा.जीएस पटेल, इंडेक्स अस्पताल अधीक्षक डॅा.स्वाति प्रशांत ने डॉक्टरों की टीम की सराहना की।इस शिविर में 135 मरीजों में से 82 मरीजों को नशीले पदार्थों की लत थी।इसमें 23 मरीजों को ब्राउन शुगर और 9 मरीजों को नींद की दवाओं का एडिक्शन था। इसमें 8 मरीजों को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने की सलाह दी गई। मरीजों का उपचार डाॅ. रामगुलाम राजदान,डाॅ.हरमन भाटिया,सुरसोपान सरदेसाई की टीम द्वारा किया गया।