आज यानी रविवार (21 मई) को इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री (Nitish Kumar) नीतीश कुमार राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता की तैयारी जोर पकड़ने लगी है। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने दिल्ली सर्विसेज को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है।
यह मुलाकात सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई। दोनों नेताओं की इस मुलाकात से विपक्षी एकजुटता की मजबूती का संकेत दिया गया। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह भी मीटिंग में मौजूद रहे। बैठक में मौजूदा राजनीतिक परिप्रेक्ष्य और विपक्षी एकता पर चर्चा हुई।
अध्यादेश पर क्या बोले केजरीवाल?
केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में NCCSA बनाने के लिए लाए गए अध्यादेश पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, “परसो 3 बजे मेरी ममता जी(बंगाल की मुख्यमंत्री) के साथ बैठक है। उसके बाद मैं देश में सभी पार्टी अध्यक्ष से मिलने के लिए जाऊंगा। आज मैंने नीतीश जी से भी अनुरोध किया कि वो भी सभी पार्टियों से बात करें। मैं भी हर राज्य में जाकर, राज्यसभा में जब ये बिल आए, तब इसे हराने के लिए मैं सभी से समर्थन के लिए बात करूंगा।”
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हम केजरीवाल के साथ हैं- नीतीश कुमार
इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला सही रहा, लेकिन इसके बावजूद केंद्र सरकार द्वारा जो करने की कोशिश हो रही है वह विचित्र है। सभी को एकजुट होना होगा। हम इनके(केजरीवाल) साथ हैं, ज्यादा से ज्यादा विपक्षी पार्टियों को एक साथ मिलकर अभियान चलाना होगा। हम पूरी तरह से केजरीवाल के साथ हैं।”
दिल्ली में कभी वापसी नहीं करेगी भाजपा- तेजस्वी यादव
वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जो परेशानी अरविंद केजरीवाल झेल रहे हैं हम उसके खिलाफ केजरीवाल जी को समर्थन देने आए हैं। (Nitish Kumar) अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो उपराज्यपाल में हिम्मत होती इस प्रकार का काम करने की? दिल्ली में भाजपा कभी वापसी नहीं करेगी।
दूसरे विपक्षी नेताओं से भी हो सकती है मुलाकात
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण में शामिल होने के बाद शनिवार को बेंगलुरु से दिल्ली पहुंचे हैं। चर्चा है कि विपक्षी एकजुटता को लेकर नीतीश कुमार आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता की पहल की खूब सराहना हुई। (Nitish Kumar) नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को ही पटना से शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे। समारोह में राहुल गांधी और प्रियंका ने नीतीश कुमार का अभिवादन किया।
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महत्वपूर्ण यह रहा कि राहुल गांधी के समीप खड़े कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने पास नीतीश कुमार को बिठाया और फिर उनका हाथ अपने हाथ में ले तस्वीर करायी। नीतीश कुमार को मंच पर राहुल गांधी के समीप बैठने की व्यवस्था की गई थी। विपक्षी एकजुटता की उनकी पहल पर चर्चा हुई। यह संकेत है कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर जल्द ही संयुक्त रूप से तारीख का एलान होगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी नीतीश कुमार से बात करते दिखे। शपथ ग्रहण समारोह में वे चेहरे भी मुख्य रूप से मौजूद थे जिनसे हाल में ही नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता को लेकर मुलाकात की थी। राहुल गांधी और खरगे के अतिरिक्त एनसीपी नेता शरद पवार, वामदल के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा भी मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मंच पर वामदल के नेताओं के साथ जगह मिली थी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया भी गर्मजोशी के साथ नीतीश कुमार एवं तेजस्वी से मिले। (Nitish Kumar) यह कहा जनता ने देश की स्थिति को समझते हुए उन्हें जनादेश दिया है। कांग्रेस के कई अन्य दिग्गजों ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की। इनमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हैं। हालांकि, आने वाले चुनावों को लेकर आज नितीश कुमार दिल्ली के CM केजरीवाल से मिलने आए|