सिरसा। (सतीश बंसल) गौवंश संरक्षण एवं संवर्धन हेतु सरकार द्वारा (Cow-Sanctuaries) प्रत्येक जिलों में गौ-अभ्यारण्य बनाने एवं गौहत्या निषेध कानून को प्रभावी रूप से लागू किए जाने की मांग को लेकर भगवती मानव कल्याण संगठन ने सोमवार को जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
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ज्ञापन में जिलाध्यक्ष दानाराम व भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जिलाध्यक्ष भूप सिंह सहित समस्त पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बताया कि भगवती मानव कल्याण संगठन एक जनकल्याणकारी संगठन है, जो पिछले 30 वर्षों से धर्म सम्राट युग चेतना पुरुष सद्गुरुदेव परमहंस योगीराज शक्तिपुत्र महाराज (Cow-Sanctuaries) के निर्देशन में समाज को नशे, मांसाहार, जातीयता, छुआछूत एवं सांप्रदायिकता जैसी महामारियों से बचाने एवं समाज के लोगों को चरित्रवान व चेतनावान बनाने के साथ ही गौसेवा के क्षेत्र में भी कार्यरत है।
गौमाता भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का महत्वपूर्ण आधार है। प्राचीनकाल से ही भारतीय समाज में गौमाता का स्थान पूज्नीय रहा है। ऋषि-मुनियों, साधु- संतों के साथ ही आम जनमानस की भी गौमाता के प्रति अटटू श्रद्धा सदा से ही रही है। (Cow-Sanctuaries) धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि के साथ ही गौमाता आर्थिक एवं समाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। जहां गौमाता का दूध, दही, घी आदि का उपयोग खाद्य पदार्थ के रूप में किया जाता है, वहीं गोमूत्र व गोबर का उपयोग चिकित्सा एवं खाद व कीटनाशक आदि बनाने में किया जाता है।
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गौमाता सकारात्मक ऊर्जा से सदा परिपूर्ण रहती है, जो वातावरण को पवित्र व स्वच्छ भी बनाती है, लेकिन वर्तमान समाज के लिए यह बेहद खेद का विषय है कि हम प्रकृति की दी हुई इतनी महत्वपूर्ण, अद्वितीय एवं अलौकिक कृति को उचित वातावरण भी नहीं दे पा रहे, जो मानव समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। (Cow-Sanctuaries) इस संदर्भ में वर्तमान समाज की व्यवस्था इतनी विकृत हो चुकी है कि गौमाता को सड़कों व चौराहों पर ही छोड़ दिया जाता है। उनके चरने की भूमि धीरे-धीरे खत्म हो चुकी, जिससे वह भूख-प्यास व रोगों के कारण मर रही है एवं सरकारी गौशालाएं अव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार की वजह से विफल हो रही हैं। साथ ही गौवंशों की प्रतिदिन हो रही हत्या सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत कर रही है।