देहरादून: UKSSSC Paper Leak : यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक व नकल करवाने के सरगना हाकम सिंह रावत को देर रात एसटीएफ की टीम देहरादून लेकर पहुंचीं।
यहां एसटीएफ के मुख्य कार्यालय में उससे पूछताछ की गई है। जिसके बाद एसटीएफ ने हाकम सिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया। आयोग की ओर से करवाई गई अब तक अधिकतर भर्तियों में हाकम सिंह ने नकल व रुपये लेकर युवाओं को भर्ती करवाया है।
कुछ और बड़े नेताओं की भी हो सकती है गिरफ्तारी
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने इसकी पुष्टि की है और उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में कुछ और बड़े नेताओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
बताया कि चार व पांच दिसंबर 2021 को हुए स्नातक स्तर के पेपर से पहले हाकम सिंह रावत का परिचित व लेनदेन का हिसाब किताब रखने वाले शिक्षक तनु शर्मा ने 20 से 22 छात्रों को रायपुर स्थित अपने कमरे में पेपर देकर पेपर हल करवाया था।
वहीं 25 से 30 छात्रों को वह धामपुर ले गया था, जहां उसने परीक्षा की तैयारी करवाई थी। इसके बाद सभी छात्रों को उनके परीक्षा सेंटर पर छोड़ा था। आरोपितों ने प्रति अभ्यर्थी के साथ 12 से 15 लाख रुपए का सौदा किया था।
इसमें कुछ एडवांस के तौर पर तो कुछ परीक्षा में पास होने के बाद देने का वादा किया गया था। पेपर को लेकर जब शिकायत होने लगी तो कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे कि जिन्होंने रुपए देने से मना कर दिया।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व हुई भर्ती में भी हाकम सिंह रावत का नाम सामने आ रहा है। ऐसे में रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। गिरोह में उत्तर प्रदेश से भी कुछ लोगों के जुड़ने के संकेत मिले हैं। धीरे-धीरे कड़ियां जोड़कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हाकम ने अपने करीबियों को भी नहीं छोड़ा
एसटीएफ स्नातक स्तर की परीक्षा में पेपर लीक से लेकर अन्य भर्तियों में नकल के संबंध में हाकम सिंह रावत से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि हाकम ने अपने करीबियों को भी नहीं छोड़ा।
उसने अपनी एक करीबी परिचित महिला से भी चार लाख रुपये लिए और स्नातक स्तर की परीक्षा में नकल करवाई, जिसमे महिला अच्छी रैंक से पास हुई। अब एसटीएफ की रडार पर यह महिला भी आ गई है। किसी भी समय महिला की गिरफ्तारी हो सकती है।
हाकम सिंह शुरुआत से थे एसटीएफ की रडार पर
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के मामले में भाजपा नेता एवं उत्तरकाशी जखोल के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत शुरुआत से ही एसटीएफ की रडार पर थे।
बैंकाक से हाकम सिंह रावत 9 अगस्त को भारत पहुंच चुका था। एसटीएफ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के बार्डर आराकोट से हाकम सिंह को हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार एसटीएफ ने पिछले दो दिनों से मोरी क्षेत्र में डेरा डाला हुआ था।
गत शुक्रवार से हाकम सिंह रावत के मोरी सांकरी क्षेत्र में देखे जाने की चर्चा थी। हाकम सिंह रावत की भाजपा के एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित सत्ता के गलियारे में कई नेताओं और नौकरशाहों से गहरी निकटता है।
कुछ माह पहले हाकम सिंह रावत के होम स्टे में एक वरिष्ठ नौकरशाह भी पहुंचे थे। हाकम सिंह रावत का गांव मोरी ब्लाक का लिवाड़ी गांव है। यह गांव जनपद के सबसे सुदूरवर्ती गांवों में से एक है।
भाजपा से भी होंगे निष्कासित
भाजपा संगठन भी हाकमसिंह के विरुद्ध पार्टी से निष्कासित करने की कार्रवाई कर रही है। उत्तरकाशी भाजपा के जिलाध्यक्ष रमेश चौहान ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि संबंधित जिला पंचायत सदस्य एसटीएफ की हिरासत में होने की जानकारी प्राप्त हुई।
पेपर लीक मामले में संलिप्तता होना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले में सरकार निष्पक्ष रूप से अपना काम कर रही है। भाजपा जिला संगठन इस मामले में संबंधित जिला पंचायत सदस्य के विरुद्ध पार्टी की सदस्यता से निष्कासित करने की संस्तुति प्रदेश संगठन को भेजेंगे।