कांग्रेस एस. सी. सैल के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा (Dr. Indora) ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से 60 हजार युवाओं को नौकरी देने का बयान देकर समाचार पत्रों में सुर्खियां बटोरी जा रही है। सरकार को चुनावों के समय ही रोजगार देने की याद क्यों आती है? उन्होंने कहा कि जो प्रदेश रोजगार के मामले में कभी नंबर वन था, आज वही प्रदेश बेरोजगारी में नंबर वन बन गया है। वर्तमान सरकार ने सत्त्ता में आने से पूर्व करोड़ों युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, जोकि महज जुमला ही साबित हुआ।
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सत्त्ता में आने के बाद सरकार ने रोजगार देना तो दूर की बात, नौकरी लगे हुए हजारों कर्मचारियों को बेरोजगारी की लाइन में खड़ा कर दिया। डा. इंदौरा ने कहा कि सरकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम के नाम से युवाओं का शोषण करने में जुटी हुई है। प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा प्रदेश के युवाओं को निजी सेक्टरों में 75 प्रतिशत आरक्षण देने के दावे किए जा रहे हंै, लेकिन सवाल ये है कि जब उन्होंने अपने शासन काल के दौरान कोई नया उद्योग स्थापित ही नहीं किया तो आरक्षण का दावा करना युवाओं के साथ सरासर धोखा ही है।
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कर्मचारी सडक़ों पर धक्के खा रहे हंै, रोजाना धरना-प्रदर्शन कर रहे हंै, लेकिन इस गूंगी-बहरी सरकार में उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। डा. इंदौरा (Dr. Indora) ने कहा कि ये जुमलों की सरकार है और इनको न तो युवाओं से कुछ लेना और न ही देश की जनता से। ये सब अपने घर भरने में लगे हुए हंै। इन लोगों को भविष्य की स्थिति का भली भांति भान हो गया है। देश व प्रदेश की जनता आगामी चुनावों में इनके कारनामों का जवाब अपने वोट की ताकत से देकर जनता ही जर्नादन है, का अहसास करवाएगी।