सिरसा। (सतीश बंसल) चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद की भौतिकी विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापिका डा. निशा देउपा ने विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB), दिल्ली द्वारा स्टेट यूनिवर्सिटी रिसर्च एक्सीलेंस (एसईआरबी-एसयूआरई) योजना के अंतर्गत लगभग तीस लाख रूपए का एक रिसर्च प्रोजेक्ट प्राप्त किया है। स्टेट यूनिवर्सिटी रिसर्च एक्सीलेंस (SERB-SURE) विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) की एक नई अभिनव योजना है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DAST) भारत सरकार का एक वैधानिक निकाय है। (Government Of India)
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इस प्रोजेक्ट से डा. निशा भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर शोध जगत में कुछ नए आयाम स्थापित करेंगी। इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए डा. निशा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट फोस्फर द्वारा ऑप्टिकल सेंसिंग पर आधारित है। फोस्फर ऐसे पदार्थ को कहा जाता है जिसमें संदीप्ति का गुण हो, यानि विद्युत, तापमान, प्रकाश, इलेक्ट्रान या अन्य किसी तरह से उत्तेजित होने पर वह प्रकाश की किरणें छोड़े। बहुत से फोस्फरी पदार्थ उत्तेजित होने पर कुछ समय के लिये प्रज्वलित रहते हैं, इसलिये उनका प्रयोग कैथोड किरण नलिका और प्रकाश उत्सर्जक डायोड जैसी उपयोगी चीजों में बहुत किया जाता है। डा. निशा ने बताया कि यह इस विश्वविद्यालय का पहला रिसर्च प्रोजेक्ट है और यह इस विश्वविद्यालय के लिए बहुत खुशी की बात है।
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उन्होंने बताया कि वह देश के बहुत ही अच्छे दर्जे के शोधकर्ताओं एवं वैज्ञानिकों के साथ मिलकर अपने इस शोध कार्य को देश के अव्वल दर्जे के शोध का कार्य बनाने का प्रयास करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रणपाल सिंह एवं कुलसचिव प्रोफेसर लवलीन मोहन, प्रो. एस के सिन्हा ने डा. निशा को बधाई देते हुए कहा कि यह पूरे विश्वविद्यालय परिवार के लिए एक गौरव का विषय है। इससे शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा और अन्य सभी शिक्षकों एवं शोधार्थियों के लिए यह एक प्रेरणा का स्त्रोत बनेगा। (Government Of India)