सिरसा।(सतीश बंसल) लेखाकार मक्खन सिंह ने कहा कि जिला में नशे को (Drug Free Sirsa Campaign) लेकर फैलते भ्रम व मिथक को लेकर युवाओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि दवाओं के सेवन से रचनात्मकता को बढ़ोतरी के साथ-साथ सेवन कर्ता को कल्पनाशीलता को लेकर व उपयोगकर्ता की धारणा उत्तेजनाओं के एकीकरण को बदलने के संबंध में फैलाए जा रहे मिथक बेहद गंभीर व चिंता का विषय है, इन मिथकों के कारण ही युवाओं में नशीली दवाओं के सेवन का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ-साथ समाज में आपराधिक घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है। वे शुक्रवार को स्थानीय सीडीएलयू परिसर व विश्वविद्यालय में आने – जाने वाले छात्र-छात्राओं को नशा जागरूकता मुहिम के तहत पंपलेट वितरित कर रहे थे।
उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि नशे के कारोबारियों द्वारा शराब के सेवन के साथ-साथ नशीली दवाओं के सेवन को लेकर युवाओं को भ्रमित किया जा रहा है। इसके अलावा नशा मुक्ति के इलाज के बारे में भी लोगों को गुमराह किया जाता है, मिथक यह है कि नशा मुक्ति का कोई ईलाज नहीं है बल्कि तथ्य यह है कि किसी भी पदार्थ की लत एक विकार हैं जो परामर्श तथा दवा से दूर किया जा सकता है। (Drug Free Sirsa Campaign) उन्होंने कहा कि उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला व समाज को नशे के दलदल से बचाने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।
समाजसेवी व धार्मिक संस्थाओं के साथ- साथ स्वयंसेवी संस्थाओं को ड्रग फ्री सिरसा मुहिम में जोड़कर अभियान को सार्थक बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा युवाओं को नशे से बचाने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेल आदि में भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, इसी कड़ी में गांव, ब्लॉक, उपमंडल व जिला स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है ताकि हमारे युवा खेलों में अधिक से अधिक भाग लें।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
इन कार्यक्रमों के दौरान खिलाडिय़ों को नाटक व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों के बारे में भी अवगत करवाया जाता है। (Drug Free Sirsa Campaign) उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को नशे से बचाने के लिए उनसे समय-समय पर सकारात्मक संवाद करें और ड्रग फ्री सिरसा मुहिम को सफल बनाने में अपना अधिक से अधिक योगदान दें। इसके अलावा उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों से अपील की कि वे इस नशा मुक्ति की मुहिम में शामिल होकर ड्रग फ्री सिरसा बनवाने में अपना योगदान दें।