पंजाब यूनिवर्सिटी से नौकरी से निकाले गए 5 से 10 साल पुराने रखरखाव (DSP Chandigarh) वर्करों के रोजगार की लड़ाई लगभग 1 महीने से यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन के बैनर तले पंजाब यूनिवर्सिटी में लगातार वाइस चांसलर दफ्तर के बाहर धरना लगाकर लड़ी जा रही थी, और इसी बीच 20 तारीख को देश के उपराष्ट्रपति एवं पंजाब यूनिवर्सिटी चांसलर जगदीप धनखड़ के चंडीगढ़ आगमन एवं पंजाब यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए आने पर फेडरेशन ने ऐलान किया था कि इन वर्करों की मांग उपराष्ट्रपति के सामने फेडरेशन ज्ञापन के जरिए रखेगी लेकिन वीवीआईपी दौरा होने के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी एवं चंडीगढ़ अलर्ट पर था कानून व्यवस्था ना बिगड़े|
इसी को लेकर डीएसपी सरदार गुरमुख सिंह की ओर से 18 मई को सेक्टर 17 डीएसपी दफ्तर में एक बैठक डीएसपी गुरमुख सिंह की अध्यक्षता में बुलाई गई जिसमें फेडरेशन के पदाधिकारी , ठेकेदार, यूनिवर्सिटी अधिकारी शामिल हुए और इस बैठक में डीएसपी गुरमुख सिंह की ओर से फेडरेशन को आश्वासन दिलाया गया था कि वीवीआईपी दौरा समाप्त होने के बाद वह खुद पंजाब यूनिवर्सिटी में आकर यूनिवर्सिटी अधिकारियों के साथ बैठकर आपके इस मसले को हल करवाएगें और उनके आश्वासन के बाद ही फेडरेशन ने पंजाब यूनिवर्सिटी से अपना धरना प्रदर्शन 2 दिन के लिए स्थगित किया था।
उपराष्ट्रपति दौरे के बाद फेडरेशन को दिए आश्वासन के अनुसार आज डीएसपी गुरमुख सिंह पंजाब यूनिवर्सिटी आए और एक संयुक्त बैठक जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी अधिकारी फेडरेशन पदाधिकारी चेयरमैन हरबंस सिंह प्रधान रंजीत मिश्रा एवं पंजाब यूनिवर्सिटी नौकरी से निकाले गए वर्करों के नुमाइंदे अंकित मित्तल एवं संदीप शामिल हुए। (DSP Chandigarh) बहुत ही अच्छे माहौल में बैठक होने के बाद तीनों पक्षों में सहमति बनी जिसके मुताबिक ठेकेदार पंजाब यूनिवर्सिटी से निकाले गए सभी पुराने वर्करों को नौकरी पर रखेगा और पंजाब यूनिवर्सिटी अधिकारी पंजाब यूनिवर्सिटी रखरखाव कार्य के लिए बजट बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे और फेडरेशन यूनिवर्सिटी से अपना प्रदर्शन समाप्त करके सभी वर्करों को ड्यूटी पर वापस भेजेगी जिस पर सहमति बनी।
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डीएसपी चंडीगढ़ पुलिस सरदार गुरमुख सिंह द्वारा किए गए इस महान कार्य को फेडरेशन के प्रधान रणजीत मिश्रा ने एक महान कार्य बताया जिससे सैकड़ों परिवार के घर का चूल्हा बुझने से बच गया और लंबे समय से अपने रोजगार एवं हक हकूक की लड़ाई के लिए संघर्ष कर रहे वर्करों एवं फेडरेशन की (DSP Chandigarh) जीत बताई और वर्करों की इस लड़ाई में पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र संगठन s.f.s. एवं ललकार का भी समर्थन मिलने पर धन्यवाद किया जिस वजह से इन वर्करों को आज उनका रोजगार वापिस मिला। फेडरेशन हमेशा पंजाब यूनिवर्सिटी वर्करों एवं चंडीगढ़ के हजारों वर्करों की लड़ाई ऐसे ही ईमानदारी से लड़ती रहेगी।