Earthquake in Delhi-NCR : आज यानी मंगलवार (13 जून) को भारत समेत दो अन्य देश पाकिस्तान और चीन में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भारत में भूकंप से प्रभावित क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई शहरो. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई है. ये भूकंप 1 बजकर 33 मिनट पर आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, बताया गया कि भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में था. इसकी गहराई जमीन से 6 किलोमीटर अंदर थी. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 थी|
मार्च में भी आए थे भूकंप के तेज झटके
इससे पहले भी मार्च के महीने में भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.6 थी. भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में था. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र था|
मई में भारत में 41 बार आया भूकंप
NCS के रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 1 मई से 31 मई तक 41 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. इनमें से 7 भूकंप उत्तराखंड और 6 भूकंप मणिपुर में आए. (Earthquake in Delhi-NCR) इसके अलावा अरुणाचल में 5 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. वहीं, हरियाणा और मेघालय में 3-3 बार धरती हिली है. हालांकि, इन भूकंप के कारण किसी भी तरह का किसी को जानी नुक्सान नहीं हुआ|
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
आइए तो जानते हैं आखिर क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, (Earthquake in Delhi-NCR) जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है. कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है. कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते. जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट तक जाती है. जिस कारण भूकंप आता हैं. अगर भूकंप ज्यादा खतरनाक होता हैं तो तबाही मच जाती हैं|