मणिपुर में हिंसा के दौरान लोगो द्वारा नेशनल हाईवे 2 जाम कर दिया गया था. (Appeal) जिसके चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लोगो से वहा से हटने की अपील की गई थी. हालांकि, अमित शाह की अपील के बाद कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में स्थित एक नागरिक निकाय संगठन, जनजातीय एकता समिति (COTU) ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर नाकाबंदी हटा दी. गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को इन जनजातियों से नाकेबंदी हटाने की अपील की थी|
केंद्रीय गृहमंत्री ने ट्वीट किया था, ‘मणिपुर के लोगों से मेरी ईमानदारी से अपील है कि इम्फाल-दीमापुर, NH2 राजमार्ग पर अवरोध हटा दें, ताकि भोजन, दवाएं, पेट्रोल/डीजल, और अन्य जरूरी सामान लोगों तक पहुंच सके.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा था, ‘मैं यह भी अनुरोध करता हूं कि नागरिक समाज संगठन आम सहमति बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं. हम सब मिलकर ही इस खूबसूरत राज्य में सामान्य स्थिति बहाल कर सकते हैं|’
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हालांकि, COTU ने राजमार्ग को केवल सात दिनों के लिए और कुछ सवारियों के लिए ही खोला है. (Appeal) इसमें कहा गया है कि राज्य की जीवन रेखा माने जाने वाले मार्ग पर सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक ट्रकों की आवाजाही की अनुमति होगी और केवल केंद्रीय बलों को वाहनों की सुरक्षा की अनुमति होगी|
मणिपुर में 3 मई से हिंसक जातीय संघर्ष, कई वाहन जलाए गए
कांगपोकपी जिले में कुकी प्रदर्शनकारी ने राजमार्ग पर यातायात रोक दिया था. मणिपुर में 3 मई को हिंसक जातीय संघर्ष छिड़ गया था और प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न वाहनों को आग के हवाले कर दिया. अब तक भारी सुरक्षा के बीच सरकार NH37 (इम्फाल-सिलचर) के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कर रही थी|
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आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा आपूर्ति वाले वाहनों को ही सड़कों पर चलने की अनुमति
एक बयान में, सीओटीयू ने कहा, ‘गृह मंत्री अमित शाह की कांगपोकपी यात्रा के अच्छे संकेत के रूप में राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाकेबंदी को सात दिनों की अवधि के लिए अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. (Appeal) हालांकि, केवल आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा आपूर्ति वाले वाहनों को ही सड़कों पर चलने की अनुमति दी जाएगी. समिति के “सूचना और प्रचार विभाग” द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ट्रकों की आवाजाही के लिए सुबह 10 बजे और दोपहर 2 बजे ही समय के बीच सीमित किया जाएगा|
COTU ने दिखाया नरम रुख, कहा- हम पर हमला हुआ तो…
यह “कुकी राजनीतिक मुद्दे” को संबोधित करने के लिए केंद्र के ‘शांति मिशन’ के समर्थन में पूरी तरह से किया जाता है. उन्होंने कहा कि ‘यदि निलंबन के दौरान सशस्त्र मेइती द्वारा कुकी गांवों पर हमला किया जाता है, तो समिति इस मामले पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर किया जाएगा. सीओटीयू ने नाकाबंदी को निलंबित करने के फैसले को बताया विभिन्न नागरिक समाज के साथ कई मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श के बाद रविवार को राजमार्ग लिया गया. हालांकि, मणिपुर में चल रही इस हिंसा के कारण 98 लोगो की जाने जा चुकी हैं|