दिनांक 23.10.2023 (मोहाली ) मुख्यमंत्री के हरे पेन ने शिक्षा विभाग (समग्र शिक्षा अभियान ) के दफ्तरी कर्मचारियों को पक्का करने का निर्णय लिया, लेकिन शिक्षा विभाग (Education Department) ने 17 महीनों में कोई कार्रवाई नहीं की : समग्र शिक्षा अभियान /मिड डे मील दफ्तरी कर्मचारी यूनियन पंजाब।यूनियन के नेता जगमोहन सिंह, रमन कुमार, और निशा गुप्ता ने प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि 17 महीने के दौरान शिक्षा मंत्री और विभागीय अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों के साथ कई बैठकें की गयीं, लेकिन सिर्फ भरोसे में ही समय बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने विभाग को कर्मचारियों को पक्का करने के निर्देश दिए हैं तो अब शिक्षा मंत्री पंजाब और शिक्षा विभाग पंजाब किसका इंतजार कर रहे हैं 17 महीनों के दौरान विभाग ने न तो कर्मचारियों के वेतन कटौती का समाधान किया और न ही कर्मचारियों को रेगुलर करने का मुद्दा हल किया
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शिक्षा विभाग में समय-समय पर कच्चे अध्यापकों की भर्ती की जाती रही है और सरकारें उन्हें पूरा लाभ देकर तैयार करती रही हैं और यही प्रक्रिया अब आम आदमी पार्टी सरकार में भी चल रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री द्वारा हरजोत सिंह बैंस पिछले एक साल से कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का खूब प्रचार हो रहा है, लेकिन यह सच्चाई से कोसों दूर है। अकाली दल और कांग्रेस सरकार ने कच्चे कर्मचारियों की जवानी बर्बाद कर दी और अब आम आदमी पार्टी सरकार कच्चे कर्मचारियों का भविष्य बर्बाद करने की तैयारी कर रही है, जो मंत्रियों द्वारा बार-बार किए गए वादों के बावजूद पूरा नहीं किया गया है। (Education Department)
इसके साथ ही वर्ष 2019 से मिड डे मील भोजन कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी पर रोक लगा दी गयी है.यूनियन नेताओं ने कहा कि 6 जुलाई, 2023 को दफ्तरी कर्मचारियों द्वारा कलम छोड़ हड़ताल शुरू की गई थी, जिसके दौरान 7 जुलाई को डीजीएसई पंजाब और शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस द्वारा कर्मचारियों के साथ बैठकें की गईं और 11 जुलाई को कर्मचारियों की मांगों पर सहमति व्यक्त की गई। लेकिन 3 माह बीत जाने के बाद भी कच्चे दफ्तरी कर्मचारियों की मांगों का कोई समाधान नहीं हुआ। मुख्यमंत्री पंजाब के फैसले के बाद विभाग किस बात का इंतजार कर रहा है जो 17 माह में भी पूरा नहीं हो सका है। इस से सभी दफ्तरी कर्मचारियों में गुस्सा है सरकार की इस वादाखिलाफी के विरोध में 27 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के शहर संगरूर में एक राज्य स्तरीय रैली की जाएगी और आम आदमी पार्टी के झूठे वादों की पोल खोली जाएगी और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जायेगा ।
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