नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का यूरोपीय देशों की मुद्रा यूरो पर बुरा असर पड़ रहा है। बुधवार को यूरो 0.9998 डॉलर तक लुढ़क गया। हालांकि, बाद में इसमें थोड़ी मजबूती आई और यह 1.002 डॉलर तक पहुंच गया। दिसंबर 2002 के बाद यह पहला मौका है, जब अमेरिकी डालर के मुकाबले यूरो इस निचले स्तर तक पहुंचा है। यूरो की कीमत में इस साल 12 प्रतिशत की गिरावट आई है।
सामान्यतया डॉलर के मुकाबले यूरो की कीमत ज्यादा रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण महंगाई की मार झेल रहे यूरोपीय देशों के लिए इस नए संकट की आहट माना जा रहा है। अमेरिका में महंगाई दर 41 वर्ष के उच्च स्तर 9.1 प्रतिशत पर पहुंच गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में डालर में और मजबूती आएगी। इससे यूरो में और गिरावट भी आ सकती है।
Dollar Vs Euro- डॉलर के मुकाबले 79.81 पर पहुंचा रुपया
डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में गिरावट लगातार जारी है। बुधवार को रुपये में 22 पैसे की गिरावट दर्ज की गई और डॉलर के मुकाबले यह 79.81 रुपये पर पहुंच गया। यह रुपये का अब तक का सबसे निचला स्तर है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूत रुख के साथ 79.55 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 79.53 प्रति डॉलर तक मजबूत हुआ, लेकिन बाद में डालर के मजबूत होने से अंत में 22 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 79.81 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इससे पहले रुपया मंगलवार को 79.59 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। जानकारों का कहना है कि बढ़ती महंगाई पर अंकुश के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक आक्रामक ढंग से ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं। इससे रुपये की धारणा प्रभावित हुई है। साथ ही घरेलू बाजार से विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भी रुपये पर दबाव बना हुआ है।